Anu Priya Gupta   (Diary of ÀÑŮ)
19 Followers · 8 Following

❤️ ki baatein ❤️ he jannein
Joined 1 August 2020


❤️ ki baatein ❤️ he jannein
Joined 1 August 2020
22 OCT 2021 AT 8:56

Only night knows our flaws our rights our tears our smile all our secrets
Night's are like our bestest friend because we don't have to hide in any kind of filter in night
Do whatever you want to do in night no one gonna judge you no one will treat you like neglect
Rather the night will only console you it will just sit and listen all your story that you don't want to say to anybody.

-


26 SEP 2021 AT 15:07

पिता अक्सर उलझे होते हैं समाज के बनाये नियमों और अपनी बेटियों के सपनों के बीच, पर फिर भी कुछ पिता चुनते हैं अपनी बेटी और उसके सपनों को और पितृत्व की एक नई परिभाषा गढ़ते हैं!

Dear,papa...
I owe my everything to you! ❤️

-


23 SEP 2021 AT 18:05

There is difference between
I'm ok
n
I'm 😊 happy.

-


18 SEP 2021 AT 10:41

वो इस कदर मुझे मिल जाएँगे , यकीन ना था,
रूबरू तो अक्सर होता था,
इस कदर उनकी गिरफ़्त में आ जाएंगे, यकीन ना था,
वो इस कदर मुझे मिल जाएँगे , यकीन ना था॥

सिलसिले बढ़ते गए यूं हमारी नज़रों के,
बेकरारी बढ़ती गई इस दिल के हसरतों के,
ख़्वाबों में अक्सर आने लगे थे वो,
यूं हक़ीक़त बन जाएंगे, यकीन ना था,
वो इस कदर मुझे मिल जाएँगे , यकीन ना था॥

हाल-ए-दिल क्या होगी मालूम ना था,
मिलने पर जो महसूस हुई, मालूम न था,
नज़रों का पैमाना कब छलक उठा,
कब ये जवां दिल उनके आने पे धड़क उठा,
आगोश में ऐसे ले लेंगे वो, यकीन ना था,
वो इस कदर मुझे मिल जाएँगे , यकीन ना था॥

होश में भी हम मगर बेहोश रहे,
क़िस्से उनके हम दोस्तों को सुनाते रहे,
पल पल का ज़िक्र मेरे लबों पे था,
नस नस में वो समा जाएँगे यकीन ना था,
वो इस कदर मुझे मिल जाएँगे , यकीन ना था॥

-


19 JUL 2021 AT 10:40

गलतियां तो हुई है मुझसे
पर मेरे इरादे गलत नहीं थे।

-


5 JUL 2021 AT 16:10

Trust me one day You and I will shine together...

-


3 JUL 2021 AT 23:29

Though they fight alot
But
He can't see her in tears
And
She can't see him hurt
But they love deeply

-


24 JUN 2021 AT 21:46

जैसे जैसे हम पास आते गए
टुटे दिल जुड़ते गए
पुराने जख्म कुछ यूं भरने लागे
मानो कोई दर्द हो ही नही
कुछ तुम कुछ हम अपने अनकहे अल्फाज़ कहने और सुनाने लगे एकदूजे को,
जैसे चाँद अपनी अंधेरी चादर समेट रहा हो एक सुनहरा सवेरा लाने को।
और ना जाने कब कैसे हम तुम्हारे होते गए
ख्वाब नए नए फिर आँखों में संजोते गए।

-


24 JUN 2021 AT 20:55

अगर साथ तेरा हो ऐ जिंदगी
तो गम मेरे दूर हो जाए
खुशियों की बाजार में
सबसे पहले नज़र हम आए
गमगीन शाम की जगह
मुस्कुराता हर सवेरा हो ऐ जिंदगी
तकलीफ़ों से भीड़ जायँगे हम
अगर तेरा दामन भी उस माँ समान हो ऐ जिंदगी
खुले आसमान में दिल से करेंगे बन्दगी
अगर साथ तेरा हो ऐ खूबसूरत जिन्दगी।

-


17 MAY 2021 AT 11:19

Who says I don't want tears on your face they only make us 😢 cry .....

-


Fetching Anu Priya Gupta Quotes