Anu Mourya   (🅰️nuradha Mourya✍️)
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Joined 20 February 2019


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Joined 20 February 2019
12 FEB AT 15:36

तू वह चांद है जिसे मैं पाना नहीं चाहती,
तुझे देखने का एक भी मौका मैं गंवाना नहीं चाहती। तुझे दूर से चाहते रहना मंजूर है मुझे,
किसी और की मौजूदगी इसमें शामिल करना नहीं चाहती ।
तुझे इतनी गहराई से लिखना चाहती हूं मैं दिल के पन्ने पर, तू मेरी ऐसी कहानी है जिसे मैं किसी और को पढ़ना नहीं चाहतीl मिलते तो रहते हैं नए-नए शख्स बहुत चाहने वाले , एक तरफा ही सही में तेरे अलावा कहीं और दिल लगाना नहीं चाहती। तू मेरी पहुंच से दूर कहीं उस चांद की तरह है ,तेरी जमी ही सही मैं खुद को तेरी चांदनी बताना नहीं चाहती lकभी-कभी कर लेती हूं मैं उलझे सवाल तुमसे, तुम खुश रहो मैं कभी तुम्हें सतना नहीं चाहती lमेरे जीवन की दिनचर्या में हर पल याद आते हो तुम ,तुम्हें कितना चाहती हूं मैं हर बार यह बात बताना नहीं चाहती l

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12 FEB AT 15:28

जो काट रहे हो आज
किसी दिन यह तुम ही ने बोया होगा
और तुम्हें जो आज मिला है ,
वह किसी ने कभी खोया होगा,
जिसके साथ तुम हर पल मुस्कुराते हो,
उसके लिए कभी कोई रोया होगा,
हर कोई हारा है यहां मोहब्बत में ,
जिसके साथ तुम यादें बना रहे हो,
कोई उसकी यादें लेकर सोया होगा‌।

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2 JUL 2024 AT 12:10

आज उठाकर कलम यह सोचा,
लिख दु कोई ग़ज़ल है मौका।
हमेशा से ऐसे हंसती रही मैं ,
पर न किसी ने हमको टोका।
मुझे छोड़ कहीं और गौर करो ,
संभाल के रखो दूसरों से खुद का औदा।
होते कभी ना उससे गुनाह,
हा पहले अगर कभी रोका होता।
किसका दोष निकाले अब हम,
जब सिक्का अपना हो खोटा।
समझ ना आया अब तक सागर,
यह कुदरत का खेल अनोखा।
किसका दोष निकले आखिर ,
जब सिक्का अपना हो खोटा।

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15 JUL 2023 AT 13:05

मिलूंगी तुम्हें तुम्हारी फुर्सत में

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11 NOV 2022 AT 11:29

तुम दो अगर साथ मेरा ,
तो मैं कतरा को समंदर लिख दूं l
मिली विरासत में जमीन मुझे किसी की ,
तुम कहो तो मैं उसे बंजर लिख दूं l
मैं दूं तुम्हें फूल गुलाब का ,
और तुम ना लो तो मैं उसे जादुई खंजर लिख दूं l

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10 NOV 2022 AT 14:54


मुझे चाहिए इस उदासी में एक मुस्कुराहट की चाबी, मगर यह मुस्कुराहट की चाबी किसी भी बक्से में नहीं है l
कोई तस्वीर जो मेरे यादों के बस्ते में नहीं है,
वह इंसान भला अब इस कस्बे में नहीं है l
मेरे ख्याल से उसके साथ में मेरी दुनिया होगी कहीं ,
मैं उस दुनिया का जिक्र कर रही हूँ जो किसी नक्शे में नहीं है l
मुझे चाहिए इस उदासी में एक मुस्कुराहट की चाबी, मगर यह मुस्कुराहट की चाबी किसी भी बक्से में नहीं है l

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18 AUG 2022 AT 11:33

जहां तक देख सके मेरी आंखें ,
तुम बस हमेशा इतनी दूर रहना ।
उठ रहा है कुछ तूफान सा दिल में,
अगर तुम दो इजाजत तो आसान हो इसे कहना।
ना मिल सके हम तुमसे तो क्या हुआ ,
तुम मुस्कुराते हुए मेरे दिल के पास रहना।

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31 MAR 2022 AT 12:46

👉जिंदगी की लड़ाई ✍️
हंसकर जीना ही दस्तूर होना चाहिए,
बीते पल लौट कर आते दोबारा नहीं ।
खिलते फूल जैसे लबों पर हंसी होनी चाहिए,,
चार दिन की चांदनी जिंदगी का कोई गुजारा नहीं।। दौलत का खुमार नहीं करना मिठास रिश्तों में रखना, तुम्हारी यहां यादें रह जाएंगी कुछ हमारा नहीं ।
यहां अकेले लड़ी जाती है जिंदगी की लड़ाई ,,
लोग यहां तसल्ली तो देते हैं सहारा नहीं।।

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17 NOV 2021 AT 9:36

इश्कनामा ❤️
"तुझे ख़्वाबों में पाकर दिल का क़रार खो ही जाता है,
मैं जितना रोकूँ ख़ुद को तुझसे प्यार हो ही जाता है!
किसी और का मै सोंचू तो सोचूं कैसे इस जिंदगी मै, मेरी बंद आंखों में तेरा दीदार हर बार हो ही जाता है।"

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30 OCT 2021 AT 14:08

❤️ कुछ इश्क के पन्ने ❤️
कुछ इस तरह गुजरी है जिंदगी अपनी ,
जैसे तमाम उम्र किसी का गुलाम रहा ।
यूं तो लाख छुपाया मैंने इस रिश्ते को,
लेकिन यह रिश्ता हमेशा सरेआम रहा ।
जिंदगी भर का साथ चाहते थे वह मुझसे ,
वह खुद इस जहां में कुछ दिन का मेहमान रहा।

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