चालाकी ख़ुद से सीखनी पड़ती है
हम तो वो भी ढंग से सीख ना पाए
लोगों के हाथ की कठपुतली बनते गए
अब सोच लिया चाहे कुछ भी हो
मरना मंजूर है चुप रहना मंजूर है
बस अपनी शर्तों में जीना है
चाहे अब सड़क पर आना मंजूर है-
anu
359 Followers · 75 Following
My hobbies-- sketching, listening music,and the things belongs to nature. No personal ques... read more
Joined 18 November 2017
14 JUN AT 18:06
12 JUN AT 9:32
हम मेकअप ना करे तो माधुरी कैसे बने
पर ये बताओ हम पादती है तो तुम सूंघते क्यों हो 😂😂
तुम भी साथ में मुकाबला करो
वैसे हमसे ज़्यादा तुम लड़के ही .😷😷😷😷-
11 JUN AT 12:56
भ्रम पाले बैठे है जनाब ये सोच कर की हमे उनसे मोहब्बत भी होगी कभी
उन्हें ये नहीं पता बंजर ज़मीन में जैसे खेती नहीं होती वैसे ही मरे हुए इंसान को मोहब्बत नहीं होती-
11 JUN AT 8:21
महबूब को उसके महबूब के साथ जीते देखा है
मैंने हर पल ख़ुद को कई बार मरते देखा है-