मेरे जाने का इंतजार न कर इस कदर की बेसब्री तू
खुदा से मेरी फरियाद हैकि तेरी आरजू बहुत जल्दी से मुकल्लम हो....
अनूपा-
ज़िंदगी में कुछ लोग
किताबों में कुछ पाठ
ऐसे होते हैं
जो कभी भी समझ नहीं आते...
अनूपा-
पास बुलाकर भी दूर ही रखा है तुमने
अपना कहकर बेगाना ही समझा है तुमने
नज़रें फेरकर न जाने क्यों गुमसुम से हो तुम
रेशम की चादर में भी पैबंद क्यों सी रखा है तुमने...
अनूपा-
आज जो मेरा वजूद है
उसके लिए मैं और सिर्फ मैं ही जिम्मेदार हूं...
अनूपा-
गुरु की दीक्षा
मित्र की संगति
माता की शक्ति
पिता की शिक्षा
ईश्वर से आसक्ति
दुनियां की सबसे भक्ति...
अनूपा-
खुद की तरक्की पे नाज़ न कर
दूसरो के बढ़ने पर ऐतराज़ न कर
दगाबाजी को इश्क में शामिल न कर
अपने राज़ जगजाहिर न कर
रोटी के साथ गद्दारी न कर
खून के साथ जालसाज़ी न कर...
अनूपा-
नाराज़गी भी अपनों से होती है
गैरों को देखकर तो हम
बिलाबजह ही मुस्कुरा देते हैं...
अनूपा-
तुमने मेरे लिए किया ही क्या है
ये कहने से पहले
खुद से पूछो कि
मैंने खुद के लिए क्या किया है...
अनूपा-
सच्चाई को इंसान संसार से छुपा सकता है
पर खुद से नहीं
परिवार से झूठ बोल सकते हैं
पर खुद से नहीं...
अनूपा-