Dil karta hai sari zindagi tere samne bethkar srif or srif tumhe hi dekhti rahu
Dil karta hai ki tum srif yu hi kahte raho or main tumhe sunti rahu
Dil karta hai tumhare hatho ko tham kar tumhare sath yi hi chalti rahu
Dil karta hai ki tumhari aankhein jo baya krti hai bepanah mohabbat usme khud ko yu hi to dubati rahu
Dil karta hai bas yu hi tumhe dekhte huye sari zindagi bita loon...-
हफ्ते भर की एक प्यारी सी गपशप और सुकून से भरी एक रंगीन शाम जी ले जरा, चलो कुछ वक्त के लिए जिम्मेदरिया छोड, दोस्तो के संग जिंदगी के कुछ लम्हे' जी भर के जी ले जरा..— % &
-
चलो यारो आज कुछ हसने की वजह ढूंढते हैं, आज कुछ हसीन पलो का किस्सा सुनाते हैं,
जहां कोई गम ना हो एसी जगह तलाशते हैं,
बहुत उड़न भर ली आसमान में, चलो जमी पर एक खूबसूरत आशियाना बनाते हैं,
छूट गया अब किताबो का संग दुनिया की जम्मेदारियो में,
चलो अब अंधेरो से निकल कर एक नई सुबह को ढूंढते हैं...
-
सर्दी के मौसम का मजा ही कुछ अलग सा होता है, हवा में कुछ मीठी-मीठी सी ठंडी होती है, दिल की धड़कने रुक सी और सांसे थम सी जाती है, ए- मेरे हमसफर थाम लो ये हाथ अपने हाथो में, तो जिंदगी का सफर और ही रंगीन लगने लगता है...
-
यू ही हर रात खुशनुमा मिल जाए जिंदगी भर के लिए, यू ही चांदनी रात में बैठ कर इत्मीनान से जी भर कर बातें करते, आंखे थक ज़ाती मेरी फिर भी तुमको यू ही निहारते रहते रातभर, फिर आँखें ही आँखों में कुछ तुम कहते तो कुछ हम कहते, और मैं वही जिंदगी भर के लिए ठहर जाती तुम्हारे लिए...
-
थोड़ा खोकर थोड़ा सा ही तो पाना है ,जिंदगी का यही तो खूबसूरत ताना - बाना होना है, दो वक्त की रोटी इतना ही तो .फसाना है, सांझ ढले लौट अपने जीवन में, भोर होते ही उड़ जाना है...
-
जब तक है जिंदगी यू ही चलते रहना होगा,
कभी बनेंगे मधुर संबंध तो कभी उनका अभाव होगा।
कभी मिलेगी प्रसन्नता तो कभी नारज़गियो का वास होगा
चलते रहना राही यू ही तुम अपने अच्छे कर्मपथ पर ,
जैसा तेरा मन का भाव, वैसा ही तेरा प्रभाव रहेगा...
-
मैंने अपने बच्चों को प्रेम सिखाने से पहले
उनको प्रतीक्षा करना सिखाना चाहती हूँ.
जिसके की वो प्रेम का सही अर्थ समझ सके..
प्रेम में प्रतीक्षा नही बल्कि प्रतीक्षा में प्रेम होता है...-
बैठी हूँ आज चैन से आज कही जाना तो नहीं,
आज यहाँ तो कल वहाँ हमारा तो कोई ठिकाना नहीं
तुम भी शायद बीते लम्हो का शिकार तो नही
तुम भी शायद बीते लम्हे का शिकार तो नही
तुम में भी राज है गहरे लेकिन जग जाहिर करना नहीं
वो जो मेरी ज़िन्दगी और दिल का अजीज है
कौन है कहा है वो क्यों पूछते हो हमसे
पता है ना वो हमें किसी को बताना नहीं
सब कुछ जानते हुए भी वह हमसे इश्क तो करेंगे बेशुमार
लेकिन वो हमारे इश्क़ में डूब कर बारिश में भीगता दीवाना हो...ये जरुरी तो नही...
-
बहुत कुछ बताना चाहती हूँ तुम्हे
मेरी ख़ामोशी को तुम कभी तो समझते
जो बयां न कर पाये कभी हम मेरी आँखों को पढ़ लेते
खवाबो की चादर ओढ़े तेरे ही सपनो में खोए रहते है
अब समझ आया कि तुम मेरे नही बेगाने ही थे
सब कुछ जानते हुए भी हर तरह से खामोश ही रहे
थोड़ा ही सही लेकिन इश्क़ तो तुम्हे भी मुझसे था...-