✨ "अंत: अस्ति प्रारंभ" ✨🌪️   ((मेरे_अनकहे_शब्द_💔))
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Joined 2 October 2020


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लोग अपना दिल हल्का करने के लिए,
अक्सर दूसरों का दिल तोड़ देते...✍️

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हम सब अपनो के साथ जिंदगी बिताना चाहते हैं,
पर धीरे-धीरे करके लोग वक्त के साथ बिछड़ते जाते हैं,
और कुछ लोग साथ छोड़ जाते हैं... ✍️

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पहले कहानियां पूरी हो जाती थी,
अब कहानियां अधूरी रहे जाती हैं..✍️

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हमारे रिश्ते में सबकुछ सच नहीं था,
लेकिन झूठ भी नहीं था...✍️

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लोगों को ठेस इसलिए मत पहुंचाओ,
क्योंकि तुम्हारा मूड खराब हैं,
चाहे मूड कितना ही खराब हो,
मुस्कुराना सीखो,
इससे अच्छे इंसान बनते हैं...✍️

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साल जरूर बदल रहा हैं,
लेकिन साथ नहीं..!!
स्नेह सदा बना रहे..✍️

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जब चाहत थी तो मुझसे मोहब्बत रही,
अब मोहब्बत नहीं फिर भी तेरी चाहत कैसी..??.✍️

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जो हैं,
मिल जायेगा,
जो था ही नहीं,
उसी में खोए हुए हैं..✍️

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