हर एक आदमी में होते है दस बीस आदमी,
जिसको देखना हो कई बार देखना।
आंखो की रोशनी से संग है हर आइना,
हर आइने में खुद को गुनहगार देखना।
दरिया के उस किनारे सितारे भी फूल भी,
कोई दरिया चढ़ा हो तो उस पार देखना।- Hindian
17 NOV 2019 AT 14:26
हर एक आदमी में होते है दस बीस आदमी,
जिसको देखना हो कई बार देखना।
आंखो की रोशनी से संग है हर आइना,
हर आइने में खुद को गुनहगार देखना।
दरिया के उस किनारे सितारे भी फूल भी,
कोई दरिया चढ़ा हो तो उस पार देखना।- Hindian