Anshula Garg   (Anshula Garg)
45 Followers · 28 Following

read more
Joined 19 August 2018


read more
Joined 19 August 2018
20 APR AT 0:01

विकसित भारत, श्रेष्ठ भारत
अखंड भारत,
सोने की चिड़िया है भारत
सर्व सर्वोपरि हमारी भारतीय संस्कृति
वेद पुराणों से उपजी यह सनातन संस्कृति
नैतिक मूल्यों से बंधी, प्रेम, वात्सल्य के भाव में है समाई
चहुं दिशा में है इसकी असीम आनंदमयी अनुभूति
हर जीव का होता सम्मान जहां
कण कण में है ईश्वर का स्थान जहां
ऐसा भारत वर्ष है हमारा
कभी विश्वगुरु है जो कहलाया
संस्कृत को जगत भाषा का नाम है दिलवाया
अनेकता को एकता के रस में बांधे
अनेक ऋतु, त्यौहार, धर्म की विविधता को एक तार में पिरोए
योग एवं तत्व ज्ञान की तपो भूमी यह
जनकल्याण से ओतप्रोत भूमी यह
भगवान विष्णु के सम्पूर्ण अवतार यहां
33 करोड़ देवताओं का अवतरण यहां
ऐसी मातृभूमि को है नमन मेरा

-


19 APR AT 1:04

जिनके हौसले बुलंद हैं
उनको कोई रोक नहीं सकता
कितना रोकोगो टोकोगो
उन्हें उससे कोई फर्क नहीं पड़ना
बाज़ जैसे ही अपनी उड़ान ऊंची करती
चोंच मारने वाले कौए हारकर नीचे ही गिरते
जो अड़ंगे लगाते हैं
बुरा करने की सोचते हैं
उनकी उसी पल से बुरे की शुरूआत हो जाती है
जो सच्चा है, अच्छा है,
उसकी खुदा खैर करता है
कुछ करना ही है, तो बड़ा करो
किसी सही का भला करो

-


29 MAR AT 18:21

होली आई होली आई
खुशियों भरे रंग है लाई
सुर्ख लाल रंग से प्रेम का अहसास है लाई
संतरी के रंग सा जोश है लाई
पीले रंग से खिलखिलाहट है आई
हरे रंग सी प्रकृति में खुशहाली है छाई
गुलाबी रंग सी चंचलता है लाई
नीले रंग से सभी के मन-मस्तिष्क में सुकून है आया
सफेद रंग से सादगी भरा एक नव आरंभ है हुआ
बैंगनी रंग ने नव मंगल आरंभ को अनोखापन है दिया
पानी की बौछारों ने सभी को मंत्रमुग्ध है किया
अबीर गुलाल से चहुं ओर घर आंगन है महका
गीले शिकवे दूर कर सब होली के एक रंग में हैं रंगे
राधा कृष्ण की रास लीला देख सब भक्तजन हैं हर्षाए
रसभरी गुजिया से चाशनी सी मिठास है आई
प्रकृति की मधुर छटा, मनोरम अभिन्न सुंदर घटा है आई
सुन्दर रंगीले पुष्पों ने बागानों में इत्र सी सुगंध है बरसाई
होली आई, होली आई
खुशियों भरे रंग है लाई

-


11 FEB AT 14:50

जीवन में ज्ञान की बातें करने वाले बहुत मिलेंगे
क्या उन्होंने खुद उसे अपने जीवन में अपनाया है
अधिकतर ऐसे होंगे जो दूसरों को करने को कहेंगे,
परन्तु खुद नहीं अपनाएंगे
असली सीख दूसरों के अच्छे आचरण से ही मिलेगी
सिर्फ़ भाषण देने वाले, कभी किसी के लिए अनुकरणीय नहीं हुए
सुविचार से ज्यादा, सुआचरण करना जरूरी है

-


1 FEB AT 23:22

Runs the pen
has the power to turn over the mountain
Their friendship is the display of thoughts
And Words of moocs
Can be shocking
And rocking
In the world of writing
Do the wonders
On the papers

-


25 JAN AT 0:36

स्वच्छता के नारे तो बहुत लगा लेंगे
स्वच्छता करते हुए फोटू भी खिंचवा लेंगे
परंतु क्या स्वच्छता को सही मायनों में समझ पाए हैं
क्या स्वच्छता सच में ला पाए हैं
स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन भी कर लेंगे
लेकिन क्या मन के पखवाड़े को स्वच्छ कर पाए हैं
क्या स्वच्छता फोटू खींचने- खिंचवाने के लिए ही है
सिर्फ सफाई कर्मचारी वर्ग से सफाई करवा
स्वच्छता दिवस ही मनाना है
तो फिर आपने नया क्या किया?
एक गंदा कागज उठा, हाथ में झाड़ू पकड़, फोटू खिंचवाई बस
कम से कम यहां तो मन की स्वच्छता दिखाई होती
मन की स्वच्छता ना सही
कार्य की स्वच्छता तो दिखाई होती
जिस दिन तुम्हारा मन का मैल साफ हो गया
अंदरूनी स्वच्छता हो गई
बाहरी स्वच्छता तो स्वयं ही हो जाएगी
पाठ न पढ़ाने की ज़रूरत पड़ेगी
और न ही स्वच्छता रूपी पाठ पढ़ने की
और न ही पखवाड़े की...


-


12 JAN AT 22:42

पलकें झुकाना
और फिर शरमाना
अदाएं बिखेरना
और फिर यूं चले जाना
इस चमन को अपनी याद दिलाना
इंतजार के ये पल गतिमान पल....

-


10 JAN AT 22:10

हिन्दी भाषा
प्यारी भाषा
सीधी साधी है ये भाषा
लिखने में यदि कठिन तो बोलने में उतनी ही सरल है भाषा
हर वेद पुराण उपनिषद् का ज्ञान ये करवाती
दुनियाभर की बोली व भाषा इसमें समाती
ज्ञान के आतुर को, महाज्ञानी है बनाती
हिन्दी की बिंदी बड़े बड़ों को मजा है चखाती
कभी शाबाशी तो कभी चप्पल भी है पडवाती
लेकिन हर इंसान को है भाती
हिन्दी भाषा हिन्दी भाषा
सबकी प्यारी है ये भाषा

विश्व हिन्दी दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!

-


7 JAN AT 13:16

कर्म कर तू, कर्म कर
कुछ और न तू फिक्र कर
आशाओं को बांधकर
निराशाओं की छुट्टी कर
कोई तुझे न रोक पाएगा
उस मुकाम को तू हासिल कर
मुसीबतें तो आएंगी
उनका तू डटकर सामना कर
अपनी आकांक्षाओं को ऊंचा रख
तू आगे बढ़, आगे बढ़
कुछ रोकेंगे, कुछ टोकेंगे
कुछ गलत कहेंगे, कुछ बुरा और भला कहेंगे
मगर तू रुकना मत,
सही पथ पर चलता जा, चलता जा
रुकावटें तो आएंगी
अपने लक्ष्य की तू गांठ बांध कर
आसमान की ऊंचाइयां नापता जा, नापता जा
मार्ग के नुकीले पत्थरों को हटा
फूल तू बिछाता जा
सुकर्म कर, तू सुकर्म कर
फल तुझे मिलेगा जरूर

-


2 DEC 2023 AT 22:40

झूठ के बलबूते जो रहा
हार ही गया आखिर
सच का सामना आखिर करना ही होगा
सच्चाई के बल पर हर हार जीत जाओगे
हर झूठ का पर्दाफाश सच की ताकत से होगा
ऐ इंसान! आखिर,
क्यों तू भाग रहा उस झूठ के पीछे
तेरा सच तो सामने आएगा ही आखिर
कितनों को अपनी साजिश का शिकार है बनाया
एक कदम बढ़ाकर तो देख उस सच्चाई की ओर
थोड़ी हिम्मत तो करनी होगी
तूने जो हजार झूठ बोले हैं
उस एक सच को छिपाने में
जो ताकत है लगाई
क्यों नहीं तू सच्चाई के मार्ग पर चल रहा
क्यों अपनी सब ऊर्जा व्यर्थ कर रहा
चल तू सच्चाई के रास्ते पर
एक नई मंजिल है तेरा इंतजार कर रही
आगे बढ़, कदम मिला
एक नई सच की पारी की ओर...

-


Fetching Anshula Garg Quotes