ये इंतजार कब खत्म होगा
ये बेक़रार कब खत्म होगा
तुमसे मिलने को बेचैन है नैना
ये वक़त दुषवार कब खत्म होगा.!!
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मै नही मेरी कलम बोलती है, कागज़ पर हर लफज़ बराबर तोलती है..!!
ये कुदरत हसीन तुम्हीं से है
दिल का जो मौसम बदलने लगा है
तुम्हे देखे तो इसमें लहर उठती है
और न मिले इसे झलक तो ये
बिन पानी की मछली सा तड़पने लगता है.!!-
इश्क़ भी मिले और दर्द भी मिले
अगर सकून मिले तो बूरा ही क्या है
गुलाब भी मिले और कांटे भी मिले
अगर महक मिले तो बूरा ही क्या है.!!-
डर तो हमे है उन्हें खोने का
उन्हें होता तो अच्छा होता,
ज़िद तो हमारी है उन्हें पाने की
उनकी होती तो अच्छा होता.!!-
आईना अगर अंधेरे को पहचानता
तो वो मुझसे ज्यादा मेरे दर्द को जानता.!!-
खुद के जज्बातों से तेरे ख्याल बुनता हूं
अपने दिल में तेरी धड़कनों को सुनता हूं
कोई लाखों में शामिल करदे तुझे
मै हर बार सिर्फ तुमको ही चुनता हूं .!!
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उन्हें ये तो मालूम है कि इश्क़ है मुझे
मगर ये नही मालूम की कितना है
उन्हें ये तो मालूम है कि दर्द है मुझे
मगर ये नही मालूम की कितना है.!!-
पर मुकम्मल ना हुआ
चाहा तो था बहुत कुछ ,पर मुकम्मल ना हुआ
ऐ कमबख्त जिंदगी तेरे आगे किसकी चली है
पाना तो था बहुत कुछ, पर मुकम्मल ना हुआ.!!-
मुझे बेचैन कर रही खामोशियां तुम्हारी
मेरी जान ले रही खामोशियां तुम्हारी
मेरे सवाल पूछते थे बस जवाब तुमसे
पर उन्हें भी मिली बस खामोशियां तुम्हारी.!!-
नंजर अंदाज करते हैं
कहते हैं प्यार करते हैं
रोग लगाकर इश्क का
कहते हैं इलाज करते हैं
खुद हिज़ाब मे रहने वाले
हमे बेनकाब करते हैं
जिन्हें हिसाब नही आता
दिल को चार करते हैं .!!-