#sunona
नानपन म मोर बबा कहय,
तैं पेड़-पौधा के फुनगी ला तोड़थस बाबू..
झन तोड़े कर, ओमे जी होथे..
तब ले हमन ला आदत परगे
पेड़-पौधा के ख्याल रखे के,
सब्बो छत्तीसगढ़िया मन के
बबा-डोकरी दाई मन
इही बात ला सिखाए हे,
फेर ओ पारा के एक झन सेठ ला देखथों
ओ तो जम्मो रूख-लाई ला उखान के
धरती दाई के खोख ला उजाड़त हे,
मैं सोचथों
ओ सेठ के बबा मन घलो ओला नानपन म
इही बात सिखाए रहितिस
ता हमर छत्तीसगढ़
अउ हरियर-हरियर दिखतिस ना..
सिरतोन ताय..।।-
अंशुमान शर्मा, रायपुर, छत्तीसगढ़
Twitter : @anshuman... read more
#sunona
पत्रकार ग़र प्रवक्ता बन जाये
बाहुबली ग़र वक्ता बन जाये
तो देश का सोचो आख़िर क्या होगा
आलोचना ग़र गड़ने लगे
सहनशीलता कम पड़ने लगे
तो व्यक्तित्व का सोचो आख़िर क्या होगा
ईमानदारी ग़र खटकने लगे
विचारधारा ग़र भटकने लगे
तो समाज का सोचो आख़िर क्या होगा
पार्टी एक परिवार हो तो अच्छा
एक ही परिवार पार्टी बन जाये
तो लोकतंत्र का सोचो आख़िर क्या होगा
नेता गर दादागिरी करने लग जाये
गुंडे ग़र नेतागीरी में आ जाये
तो राजनीति का सोचो आख़िर क्या होगा
भ्रष्टाचार मिटाने की कसम खाते सफ़ेदपोश
सफ़ेदपोश ही कमीशन खाने लग जाये
तो ईमान का सोचो आख़िर क्या होगा-
#sunona
अपन माटी के चिन्हारी ला बचा के रखव
कांसा के थरकुलिया थारी ला बचा के रखव
आधुनिकता के चोला भले पहिन के घुमव
फेर कमरा खुमरी कलारी ला बचा के रखव
अब्बा हुजूर चाऊँर आशिर्वाद पिसान खावव ठीक हे
फेर चेपटी गुरमटिया सरबती सफरी ला बचा के रखव
सुपर मार्केट म लाइन ऑनलाइन शॉपिंग घलो फाइन
फेर ढेंकी जाता काठा अउ पैली ला बचा के रखव
एक्स्ट्रा अउ फिरी के चक्कर म बिक्कट बिसाथो जी
फेर मरारीन काकी के पुरौनी ला बचा के रखव-