पता नही लेकिन कुछ तो कमी थी घर पर,
जब शहर छोड़ा तब जाना कि उसे सुकून केहते है।-
you will find a deep meaning in it.
"सोच कर पढियेगा मेरे शब्दों ... read more
किनारे पे खड़ा
समुद्र से केह रहा हु
तू इन लहरों को अच्छे से भेज
में अब भी जल रहा हु।-
दुनिया तुम्हारे बारे में केवल उतना ही जानती है जितना तुमने उन्हें अपने बारे में जानने दिया
यही कारण है कि एक ही स्थिति में तुम हर व्यक्ति के लिए अलग अलग हो।-
स्कूल,कॉलेज,दोस्त,यारियां और शायद ज़िन्दगी भी मानो इस वक़्त के साथ बहोत पीछे छूट गए।
अब तो केवल वक़्त और उम्र ही आगे बढ़ रही है.......-
बचपन में मुझसे पापा कहा करते थे कि
ज़िन्दगी में कामयाबी एक बार के लिए बिना मेहनत के मिल सकती है,लेकिन तजुर्बा हासिल करने के लिए इंसान को मेहनत करनी पड़ती है।-
कुछ बात इज़हार करना चाहते हो तो हम से केह देना..
क्योंकि मेरी कब्र तो मेरे मर जाने के बाद तुमसे कुछ कह नही पाएगी।-
ज़िन्दगी मुझसे पूछी की क्यों में आजकल रिश्ते इतने कम रखता हूं....
मेरा मन मुस्कुरा के बोला कि आजकल सही को सही और गलत को गलत कहने की हिम्मत रखता हूं।-
कद से मत नापना हमारे कदमो को,
क्योंकि हम दूरिया चल के नही सोच के तय करते है।-
Sometimes we make mistakes, we suffer and we cry.....
But don't lose hope, as it will again give you the wing to fly.-
नज़्मों में तवज्जु थी आपकी उस बात की,
की उजाला आपने हमें इस कदर दिखाया कि बीत गयी हमारी वो काली रात भी।-