अच्छी लगने लगी हैं
ये ख़ामोशियाँ भी अब हमें।
किसी को ज़वाब देने का
सिलसिला जो ख़त्म हो गया॥-
❤️👉 Poetry Lover
❤️👉 Tea Lover
❤️👉 Love to write
❤️👉🎂 20 Jan
A friend, A brother like you is more priceless than the most beautiful diamond. You are not only strong and wise, but kind and thoughtful as well. Your birthday is the perfect opportunity to show you much I care and how grateful I am to have you in my life. Let this day be full of joy and celebration. I wish you an outstanding and fabulous birthday, my dear brother. A friend is someone who understands your past, believes in your future, and accepts you just the way you are – even if you are getting older. Thank you for being that friend. On your special day, I wish you good luck. I hope this wonderful day will fill up your heart with joy and blessings. Wishing you all the great things in life, hope this day will bring you an extra share of all that makes you happiest. May you have all the love your heart can hold, all the happiness a day can bring, and all the blessings a life can unfold.
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#दोस्त_से_भाई_तक_का_सफ़र
ज़िंदगी में सच्चे दोस्तों का होना इस दुनियाँ के सबसे अमीर इन्सान होंने की पहचान हैं।
पर फिर भी कुछ दोस्त सिर्फ़ दोस्त ही रह जाते हैं, कुछ छुट जाते हैं तो कुछ दोस्त ऐसे भी होते हैं जो हमे दिल से अपना बनाकर हर लम्हा, हर पल, सुख दुःख या यू कहू कि जीवन कि हर एक परिस्थितियों में हमारा साथ देते हैं।
और फिर धीरे धीरे ऐसे घुलमिल जाते हैं कि जैसे वो कभी हमसे दुर थे ही नहीं, कभी जो अंजान था आज वहीं शख़्स दिल के बे़हद क़रीब हो गया की जिसके बिना #ज़िंदगी_काटी तो जा सकतीं हैं परंतु #ज़िंदगी_जी नहीं जा सकतीं।
कभी सोचता हूं तो लगता है कि ईश्वर ने हमें कितना अनमोल उपहार दिया एक दोस्त के रूप में और वो भी ऐसा कि जो दोस्त तो बना लेकिन सिर्फ़ दोस्त बनकर ही नहीं रह गया बल्कि उसने तो दोस्त से भाई तक का सफर तय भी किया हैं।-
दिल से जुड़े
दिल मे रहे
ख़्वाबों से हकीक़त तक
पास रहें
या दूर रहे
मीलों से मीलों तक
बेशक दूर रहे
पर दोस्त रहे.. ❤️-
❤️ रोम रोम में श्याम बसत हैं, विरह जगत कि छोह।
प्रीत भाई जब कृष्ण से, तो कैसा जग का मोह.....!!!💞-
तेरी कृपा की एक नज़र मुझपे,
मेरे श्याम हो जाये...
भटकता-फिरता रहु तेरी गलियों में
कुछ यूँ
ये ज़िंदगी तेरे नाम हो जाये...-
दशा दीन की समझो राधे,
नज़र दया कि ना फेरो राधे।
श्याम दरस कि प्यासी अंखियाँ,
चरण तुम्हारी पड़ा मैं राधे॥-
मालिक बना फिरता था मैं
अपने गांव के महल मे।
ज़िंदगी ने अंजान शहर का
मुसाफ़िर बना दिया है ।।-
हाँ.. एक अरसे से
तलाश हैं उस शख़्स कि ❤️
जो बिन कहे,
समझ सके हमे भी❤️❤️-
कभी था जो अपनो से भी अपना
पर हाँ..
अब परायों से भी आगे है... ❤️
दिल रुकता था जब बिछड़ता था
पर हाँ..
अब ख़्यालों से भी आगे है... ❤️❤️-