पिता ने कभी नहीं कहा आज पैसे नहीं है... मां ने कभी नही कहा आज तबियत खराब है... भाई ने कभी नहीं कहा ऐ नहीं वो कर लो... भाभी ने कभी नही कहा मुझे नहीं पता...
तो हम भी कैसे कह दे नही हो रहा है , हम कैसे कह दे अब नही कर पाऊंगा । तो फिर हम भी खड़े है हम भी डटे है आज नही तो कल जीत ही जाऊंगा ।।
फूल की तरह चमका दूं ऐसी फिजाएं बन जाऊं... भर दूं तुम में हर फूल की खुशबू ऐसी हवाएं बन जाऊ... बनूं तुम्हारे माथे की बिंदी, गले का हार , हाथों की चूड़ियां, पैरों की पायल... बस यही इच्छा मेरी की कर सकूं तुम्हारी हर ख्वाहिश पूरी और बस एक अच्छा इंसान बन जाऊं ... 🥰🥰😘😘🥰🥰
आज फिर हमारे देश में सरेआम एक वारदात हो गई धर्म के नाम पर अब ये सब आम बात हो गई आज कन्हैया तो कल किसी नवी की बारी होगी आखिर कब तक धर्म के नाम पर दुनिया कत्लेआम होगी आखिर कब तक ये दुनिया मानवता से शर्मसार होगी....😔
हर दफे यूं बोलना तुम हो " कौन " मैं समझ कर भी रहा मौन मैंने सोचा अपने है ऐसे कहता है कौन वो निकले हमसे भी ज्यादा जिद्दी जाते जाते फिर बोले तुम होते ही " कौन "
लिखने को तो बहुत है मगर , क्या करूं... ये कागज़ की लाइनें भी कम पड़ जाती है गर लिखूं आसमां पर तो , ये दुनिया ही रूठ सी जाती है मन में आते तो है कई उन्माद लिखने को... पर जब भी कोशिश करता हूं तो कलम भी टूट सी जाती है
कोई तो सुनो , मैं पैग़ाम देना चाहता हूं बचपन की शरारत को, एक नाम देना चाहता हूं लौट चलो फिर से उसी शरारती दुनिया में मैं आज तुमको kiss करना चाहता हूं— % &