जो दिल ने चाहा वो मिला, नहीं
जो दिमाग ने सोचा वो हुआ, नहीं
क्या जिंदगी तबाह हो गई, नहीं
क्या मंजिल फना हो गई, नहीं
क्या गम हि दिल की हसरत है, नहीं
क्या किसी से तुमको शिकायत है, नहीं
तो जिंदगी को क्यों नहीं जीते हो
क्यु गम के कड़वे घुट पीते हो
चलो जिंदगी को सवारा जाए
गम से खुद को निकला जाए
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