रिश्ता वो नही:-
रिश्ता वो नही जो हर बात मे दुःख दे
रिश्ता वो नही जो मुश्किल घड़ी में मुह मोड़ ले
रिश्ता वो नही जो एक को बढ़ाये दुसरे को झुकाए
रिश्ता वो नही जो उद्दासिया ना समझ पाए
रिश्ता वो नही जो खुद्दार बन जाए
रिश्ता वो नही जो सिर्फ पैसों से बने
रिश्ता वो नही जिसकी अहमियत हो
रिश्ता ये होता है:-
रिश्ता वो जिसमे एक दुसरे की अहमियत समझ आए
रिश्ता वो जो हर संकट मे आपका कंधा बन जाए
रिश्ता वो जो हर दुःख मे साथ खड़ा हो जाए
रिश्ता वो जो पैसे की मोल से परे हो जाए
रिश्ता वो जो मतलब की भाषा ना समझ पाए
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