अपने आप को बर्बाद कर रहा हूं मैं,
कि देख तुझे फिर से याद कर रहा हूं मैं।।-
अंधेरा रास्तों में हो तो चराग काम आयेंगे,
मगर अंतर में कालिख जो उसको कौन शमा दे ?
कोई तो फेंकता है चपाती चख के सड़कों पर,
सड़क पर जो भटकते हैं उनको कौन टुकड़ा दे?
हम और तुम ठिठुरते हैं आठ कपड़ों में,
मगर जो नंगी पीठ है उसको कौन गर्मी दे?
बदन को ढक लिया कपड़ों से बड़ा बाजिब सलीका है,
रूह बे आबरू है जो उसको कौन पर्दा दे?
बड़ा सन्नाटा सा है तुम्हारे गांव में अंकुर,
जो सन्नाटे को भी सुन ले उसको कौन इतलाह दे?-
अजीब मोड़ पर ले आयी है जिंदगी ,
वापस लौटने का कोई रास्ता नहीं और आगे जाने की कोई चाह नहीं!!!!-
दिल में एक कशक सी रह जाती है,
जब याद तुम्हारी आती है,
फिर वैसे ही जीने की रोज नाकाम कोशिश करता हूं,
सोता हूं, रोता हूं और झूठी हंसी भी आती है,
जब याद तुम्हारी ....
मेरे हालात तुझको शायद आम से लगे होंगे,
मेरे चेहरे में आज शैतान भी दिखे होगे,
अगर वाकई इतना बुरा था तो फिर तेरी याद क्यों सताती है,
तुझे याद करके मेरी जान ही निकल जाती है।
दिल में एक कशक सी रह जाती है,
जब याद तुम्हारी आती है।
-
ना कुछ पाने की चाह और ना खोने का डर,
क्या सब पा चुका हूं या सब खो दिया है ???-
ये बीस तीस हजार की नौकरी से कुछ होने वाला नहीं है,
लव मैरिज के लिए आईएएस बनना पड़ेगा।-
इस कदर कश्मकश में गुजरी है जिंदगी,
सुकुं भी कोई चीज है ये दिल नहीं मानता।।-
ज़द्दोज़हद में बहुत दूर निकल आए हम,
भूल गए हैं सबकुछ, ये दिखाने को झूठे ही मुस्कुराए हम,
खुद की जिंदगी होती तो कब की आग लगा देते,
अरे खुद की जिंदगी होती तो कब की आग लगा देते..
.
.
अभी मां- बाप के कर्ज़ की तो चवन्नी भी ना चुकाए हम।।
-
मेरे किरदार में वो भी कमी निकाल रहे हैं,
जिनके एहसासों को हम दिल में अब भी पाल रहे हैं!!
-