यकीनन याद तो हमे वो भी करते होंगें,बस फर्क इतना है, वो अकेलेपन में, और हम उन्हें अपने हर पल में। -
यकीनन याद तो हमे वो भी करते होंगें,बस फर्क इतना है, वो अकेलेपन में, और हम उन्हें अपने हर पल में।
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निहार तो हम भी सकते हैं उनके खूबसूरत चेहरे को घंटों,परन्तु हमारी बदकिस्मती तो देखिए जनाब,हमारी ये आंखें हमे ये गुस्ताखी करने की इजाजत ही नहीं देती। -
निहार तो हम भी सकते हैं उनके खूबसूरत चेहरे को घंटों,परन्तु हमारी बदकिस्मती तो देखिए जनाब,हमारी ये आंखें हमे ये गुस्ताखी करने की इजाजत ही नहीं देती।
कितनी खुशनसीब थी पार्वती जो उनका इश्क दो तरफा था, नहीं तो यार, कहां मिलती हैं मंजिले एकतरफा प्यार को। -
कितनी खुशनसीब थी पार्वती जो उनका इश्क दो तरफा था, नहीं तो यार, कहां मिलती हैं मंजिले एकतरफा प्यार को।
वो आज भी कत्ल करती हैं , अपनी आंखों से। बस फर्क इतना है, अब उनके दिए हुए घाव कभी भरते नहीं। -
वो आज भी कत्ल करती हैं , अपनी आंखों से। बस फर्क इतना है, अब उनके दिए हुए घाव कभी भरते नहीं।
पत्थर से कुरेद कर लिखा था उसने मेरा और अपना नाम एक पत्थर पर ,यकीनन अब वो पत्थर भी टूट कर बिखर गया होगा हमारे बिछड़ने के बाद। -
पत्थर से कुरेद कर लिखा था उसने मेरा और अपना नाम एक पत्थर पर ,यकीनन अब वो पत्थर भी टूट कर बिखर गया होगा हमारे बिछड़ने के बाद।
लोग भूल जाते होंगे तुम्हें कुछ वक्त गुजरने के बाद ,लेकिन हम कैसे भूलें तुम्हें, हमने तो तुम्हें वक्त को ठहराकर याद किया था। -
लोग भूल जाते होंगे तुम्हें कुछ वक्त गुजरने के बाद ,लेकिन हम कैसे भूलें तुम्हें, हमने तो तुम्हें वक्त को ठहराकर याद किया था।
कातिल तो वो भी हैं, हमारी अधूरी नींदों के,बस फर्क इतना है, कि उनका ये गुनाह हमें बड़ा हसीन लगा। -
कातिल तो वो भी हैं, हमारी अधूरी नींदों के,बस फर्क इतना है, कि उनका ये गुनाह हमें बड़ा हसीन लगा।
सुना है, अब झूठ नही बोलती उनकी निगाहें।यकीनन किसी की बेइंतहा बेवफाई पाई होगी। -
सुना है, अब झूठ नही बोलती उनकी निगाहें।यकीनन किसी की बेइंतहा बेवफाई पाई होगी।
किस कदर प्यार करते हैं हम उनसे , कैसे बताए उन्हें।किस कदर प्यार करते हैं हम उनसे , कैसे जताए उन्हें।। वो चंद पलों के लिए हमें अपनी बाहों में भरते हैं, और हम उन चंद पलों में सदियां जी लेते हैं। -
किस कदर प्यार करते हैं हम उनसे , कैसे बताए उन्हें।किस कदर प्यार करते हैं हम उनसे , कैसे जताए उन्हें।। वो चंद पलों के लिए हमें अपनी बाहों में भरते हैं, और हम उन चंद पलों में सदियां जी लेते हैं।
अब वो ख्वाबों में नहीं आते मेरे , यकीनन , अब वो किसी और के ख्वाबों में आते होंगे। -
अब वो ख्वाबों में नहीं आते मेरे , यकीनन , अब वो किसी और के ख्वाबों में आते होंगे।