तुम पापा की परी नहीं,
पापा की शेरनी बनना,
तुम गोल रोटी बनाने से पहले,
ज़िन्दगी के लक्ष्य को समझना,
तुम अपनी ज़िन्दगी,
अपनी मर्जी से जीना,
हर कदम सोच-समझ कर बढ़ाना,
हर चुनौती को मुस्कुरा कर लेना,
खुद की पहचान खुद बनाना,
लक्ष्य की राह में कभी न थकना
आसमान को अपने होसलों से छूना,
हर दिन लिखना अपनी एक नई कहानी,
मेरी बच्ची, तुम पापा की परी नहीं,
पापा की शेरनी बनना।
- अंकिता मिश्रा-
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एक दिसंबर ही नहीं अकेला गुनाहगार है मेरी खामोशी का,
पुरा का पुरा साल शामिल था।-
किस्मत ने रचा ऐसा खेल,
की शौक अधूरे रहें,
ख़्वाब अधूरा रहा,
खरीदी हुई चीज़े पड़ी ही रही,
कुछ पाने की चाहत में,
बहुत कुछ छूटता जा रहा,
ये सफ़र है इंतेहा लिए जा रहा,
कि वक़्त का इत्तेफाक तो देखिये,
ऐसे मोड़ पर ला दिया कि,
सोचना समझना पड़े है अब मेरे,
बस समय की रफ़्तर से चले जा रही,
मत पूछीये की कैसे जिये जा रही।।-
संघर्ष का दौड़ है की खत्म होता नहीं,
मुशीबतों का मेला है की बंद होता नहीं,
कि थक चूकीं हूँ किस्मत की लडाई में,
बरसों से जारी ये सफ़र है की थमता नहीं।-
आज़ादी के 78 साल बाद भी,
कहाँ ये देश स्वतंत्र है ?
वही हैवानियत, वही दरिंदगी,
कहाँ ये देश की नारियाँ आज़ाद हैं ?
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सुनो नारियों शस्त्र उठाओ,
ख़ुद की रक्षा स्वंग करो,
अब माधव ना आयेंगे,
ख़ुद वान चला प्रहार करो,
अब राघव ना आयेंगे,
तुम देवी का वो रूप बनो,
तुम क़ाली, चंडी का अवतार धरो,
तुम शस्त्र उठा छल्नि कर दो,
उन दानव के सीने को,
ख़ुद अस्त्र चला प्रहार करो,
अब राघव ना आयेंगे।
अब माधव ना आयेंगे।
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मेरी हर समस्या का समाधान हो तुम,
मेरी हर व्याधि की औषधि हो तुम,
मेरी हर तलाश की मंजिल हो तुम,
मेरी हर शुरुवात का अंत हो तुम,
मेरी हर ख़्वाहिश की पूर्णविराम हो तुम।-
कि वक़्त है कि थमता नहीं,
ये कहानी है कि खत्म होती नहीं,
कि ख्वाहिशें है बर्षों से,
सपनों को पूरा करने की,
अपनें लिए कुछ करने की,
ये तम्मना है कि पूरी होती नहीं,
यूँही जारी है सफर बर्षों से,
ये सफर है कि खत्म होता ही नहीं...
ये वक़्त है कि थमता ही नहीं....
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कि कितनी खूबसूरत है ये प्यार का तराना,
किसी की याद में चुपके से मुस्कुराना,
हर पल ख्वाबों की नई दुनियां बसाना,
मन ही मन हौले से मुस्काना,
किसी के इंतजार में खुद को भुलाना,
मोहब्बत से सीखा नए सपने सजाना ।
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कुछ कहो और कुछ लिख दो,
ये शब्द ही है जो बयां करेंगे तेरी दस्ता,
कुछ उलझे तो कुछ सुलझे लम्हो की कहानियाँ...
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