चालदा रहो
मंजिल भी पावैगी,
सफ़र में रुकणा
पाप है बोले।
बाट ना देखै
किसे का साथ की,
जो कुछ है
आपणा आप है बोले।।
♠️ अंकू मलिक ♠️
-
भीड़, तन्हाई, बेचैनी,
मायूसी, बेकरारी, परेशानी,
इन सब से मुझे क्या लेना।
मैं तो अकेला रहता हूं 🙏
:-अंकू मलिक-
टोटा में नार,
भीड़ में जार,
घर में तकरार,
बिना जोड़ी का भरतार,
यारी में मार,
सोच बेकार,
मर्द नक्कार,
ओछा व्यवहार,
अर निक्क्मी सरकार,
ठीक नी रहंदी🙏🙏
-:अंकू मलिक
-
जो अज्ञानता व नादानी से भरपूर
पुतले का,
ज्ञान लेप से उपचार करते हैं।
जो समाज के भविष्य- सुधार को ही,
अपनी दक्षिणा स्वीकार करते हैं।
जी हां, वो ईश्वर रूपी "गुरुजन" ही हैं,
वेद शास्त्र भी जिनकी महिमा का गुणगान
अपार करते हैं।🙏🙏🙏🙏
✍️ अंकू मलिक ✍️-
मैं गम में तर - बतर हूं,
मगर वो निकाह की
यादों में मश्गूल है।
खैर छोड़ो यार,
मुझे ये बेवफ़ाई
भी कुबूल है।।
और मुझे अब भी याद है,
तेरी हर बात,हर वादा,
मेरे संग जीने-मरने का इरादा।
यार कोई पोंछो इसे,
मेरे दिलो-दिमाग़ पर
कितनी धूल है।।
✍️अंकू मलिक ✍️
-
भगवान किसी को मिला ही नहीं,
सब उसे ढूंढते रहे मूर्तों में।
और हम शौक कब पूरे करते,
साहब,
हम तो यूंही उलझे रहे जरूरतों में।।
✍️ अंकू ✍️-
एक शौक हुआ हमें
और हमने शौक-शौक में
आंखे लड़ा ली
ज्यादा कुछ नहीं खोया हमने
उस शौक में
बस शौक-शौक में
जिंदगी उड़ा ली
❣️❣️ अंकू ❣️❣️-
क्या उसने किसी
और को देख लिया है
जो अब उसका मुझे
देखने का मन नहीं करता 😞
😞💔अंकू 💔😞-
अगर इस दुनिया में
इश्क़ के झमेले ना होते
तो आज हम यूं
अकेले ना होते
💔 अंकू 💔-
ताउम्र के वादे किए थे
उसने मेरे साथ
तो फिर कैसे खुश है
वो किसी और के साथ 😏
❣️❣️ अंकू ❣️❣️-