क्यों ये बात मुझे हैरान करती है.. जब जब कोई मुझे आगे बढ़ने को बोलता है! मैं भी तो बाकियों की तरह एक मनुष्य ही हूं! और ये जीवन है; जो चलता जाता है.. समय है.. जो बदल जाता है.. लोग हैं.. जो साथ छोड़ आगे चल देते हैं! मैं भी तो बाकियों की तरह एक मनुष्य ही हूं! फ़िर क्यों? क्यों मुझे ये बात हैरान करती है!? ...