" मेरे खुशी के आँसू, मेरे गम की हँसी..
भाड़ में गया जमाना, सब की ऐसी की तेसी.. "-
" दफ़न कर दिया उसकी यादों को सीने में
अब मेरी मुस्कान मुह फुलाए बैठी है कोने में.. "-
" वो जो है ना मेरे कहानी का अहम किरदार.. दिल दुखाने मे बडा़ माहिर है यार.. "
-
"चाहो तो पुछ लो भगवान शाम से या रहीम से..
मना लेते है मुझे सभी आज भी तेरे ही नाम से.. "-
"मिजाज से फकिर हू, मुझे रस्मे निभाना नहीं आता..
तुम आओ तो रूह लाना, ये जिस्मों वाला प्यार मुझे नहीं आता.. "-
" क्या ही कहूँ.. ये दिवाली हमसे ना मनाई जाएगी यार..
मेरे अनार को अब हुआ है किसी और फुलझडी़ से प्यार.. "-
" दिमाग सही राह दिखाते दिखाते थक सा जाता है..
दिल बावरा है मेरा अक्सर इसकी उसकी बातों में बेहेक सा जा है.. "-
" तेरे बिना जिंदगी में फैला है बस कोहरा ही कोहरा..
तू बस बिना दस्तक आ जा कही से जैसे आता है
दिल का दौरा.. "-
" अब वो यार हो गया है किसी और का..
जिस के खातिर मैने व्रत रखा था सोला सोमवार का.. "-
"अपनी एक गलती पर हम अंदर ही अंदर घुट घुट कर रोए बहूत..
गलत इन्सानसे इश्क कर हम पछ़ताए बहूत.."-