मेरे कंधे पर बैठा मेरा बेटा जब मेरे कंधे पे खड़ा हो गया
मुझी से कहने लगा देखो पापा मैं तुमसे बड़ा हो गया
मैंने कहा, बेटा इस खूबसूरत ग़लतफहमी में भले ही जकड़े रहना
मगर मेरा हाथ पकड़े रखना
जिस दिन यह हाथ छूट जाएगा
बेटा तेरा रंगीन सपना भी टूट जाएगा
दुनिया वास्तव में उतनी हसीन नहीं है
देख तेरे पांव तले अभी जमीं नहीं है
मैं तो बाप हूँ बेटा बहुत खुश हो जाऊंगा
जिस दिन तू वास्तव में मुझसे बड़ा हो जायेगा
मगर बेटे कंधे पे नहीं...जब तू जमीन पे खड़ा हो जाएगा
ये बाप तुझे अपना सब कुछ दे जाएगा
और तेरे कंधे पर दुनिया से चला जाएगा !-
Ye ‘Roti’
Sasti Nahi H Jnab
Koi Isse Kamane ke Liye Dorta h,
To Koi Pachane Ke Liye-
छोड़िए शिकायत, शुक्रिया अदा कीजिये...
जितना है पास, पहले उसका मजा लीजिये...!!
*नये साल की ढेरों सारी शुभकामनाएँ*-
चलता रहूँगा पथ पर,
चलने में माहिर बन जाऊँगा,
या तो मंजिल मिल जायेगी या
अच्छा मुसाफ़िर बन जाऊँगा…-
चुप रहना ही बेहतर है, जमाने के हिसाब से धोखा खा जाते है, अक्सर ज्यादा बोलने वाले।
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नया साल, नयी उम्मीदें, नए विचार और नयी शुरुवात भगवन करें आपकी हर दुआ हकीकत बन जाये! ― नया साल 2020 आपको मुबारक हो!
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बेख़ोफ़ी का आलम इतना हो जाए, ये सोचने से पहले ही आह हो जाए ......
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Kash K Wo Lout Aaye Mujh Se Ye Kehne.
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K Tum Kon Hote Ho Mujh Se Bicharne Wale.-
चल पड़े हैं तो पहुंचेंगे भी ,
और पहुँच कर सजायेंगे मंजिल कुछ इस तरह,
के चलते हुए रुक जाए देखें तो कह उठे वाह! वाह!-