ज़िद तो मोतियों की होती है बिखर जाने कि.....
हम तो धागा हैं पिरो कर रखेंगे तुमको अपनी मोहब्बत में !!
❣️♥️❣️-
ज़िंदगी जज़्बातों की जंग ही तो है
उम्मीदें सबसे तू लगाता क्या है..,
यहां हर कोई नहीं है अच्छा सुनो
तू सबकी बातों में आता क्या है!!
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देखो उसका हिज्र निभाना पड़ता है
वो जैसा चाहे हो जाना पड़ता है...,
इस दुनिया को छोड़ के जिसमें तुम भी हो
जाता कौन है लेकिन जाना पड़ता है..!!-
ख़ुद कमाने लगे तो समझ आया......
पापा ने पापा का किरदार कैसे निभाया होगा...??-
ढूंढो तो सुकून खुद में है...,
दूसरों में तो बस उलझनें ही मिलेंगी!!
❤️💯🖤-
नाकाम कोशिशें कर तुझे भुलाने की...,
चल पड़े है सफ़र में तुझे फिर याद करने!!-
इससे पहले की
इंतहा हो जाए इंतजार की
बेहतर होगा आप.....
ठुकरा कर ख़त्म करें उम्मीदें मेरी!!-
मैं चाहूं भी
तो वो अल्फाज़ ना लिख पाऊं,
जिसमें बयां हो जाए कि
कितनी मोहब्बत है तुमसे!!-
किसी ने मुझसे पूछा कि क्या तुमने भी
मोहब्बत की थी....
मैंने कहा.... कि अभी तो सीख रहा हूं
मोहब्बत करना इतना आसान थोड़ी होता है
रोज़....रोज़ थोड़ा-थोड़ा सीखता हूं
और रोज़ ही थोड़ा भूल जाता हूं।।
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रात को कभी-कभी अंदर से कोई कहता है..,
बहुत मसरूफ़ रहा दिन मेरा मगर फिजूल गया
काम निपटाए सारे
मगर उसे भूल जाना मैं फिर से भूल गया!!-