लोग बातें कर रहे हैं।।।।
कुछ लोग राजनीति के नाम पर अपनों को भूल रहे हैं
सत्ता की लालच में कोई घूम रहे हैं तो कोई झूम रहे हैं
देश का एक ऐसा भी कोना है जहां लोग इंसानियत को भूल रहे हैं
धर्म के नाम पर दो बच्चों के बाप को कपड़ों की तरह चीर रहे हैं
जीन लोगों की कलम थकती नहीं वारदातों में उनके शब्द ही गल रहे हैं
यही हिंदुस्तान है जनाब क्या इसी के लिए जवान सरहदों पर मर रहे हैं
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अब आंखों के आंसू भी सुख चले हैं
बेबसी सी जिंदगी हो गई है..
यूं ही बेहाल नहीं रहे थे हम आजकल
हमसे नजरें मिलाकर वह कहीं छिप गई है..-
Why Do I And Everyone I Love Pick People Who Treat Us Like We're Nothing?
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अक्सर दिन गुजर जाते हैं वादियों की तरह
दिए भी बुझ जाते हैं उन ख्वाहिशों की तरह...
अक्सर लोग मिलकर भूल जाते हैं उस खुशी की तरह
गम को याद रखा जाता है गलतियों की तरह...
अक्सर रास्ते भूलाए जाते हैं मंजिल की तरह
सफर ही तो है यह जिंदगी पर उसे भी हम समझ बैठे है नौकरी की तरह.....
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युही एक परिंदे से बात हुई है ..
बिछडा नही था बस आज आसमा से मुलाकात हुई है
बोला अकेला नहीं हूं बस हवाओं ने वारदात की है
पूछो तो अक्सर यही बोलता था अपनों से साजिशें हुई है
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Aakhir mein itna jalonge ki khak ban jaaoge..
Usse milane ki Chahat mein uski yad ban jaaoge..
Kisi ki rahon mein itna bhi mat ulajhana ki
Uske pyar ki aakhiri kahani ban jaaoge..-
Wo Khwahishe hi kya jo puri ho jaye
Sachi Kahani vahi hai jo adhuri rah jaye-
Zindagi me ek waqt aisa aata hain ..
Hame faisla karna hota hain ki
Panna palta jaye ya puri kitaab band kar di jaaye..-
Apne !!!
Kai roz huye hain koyi zakham nahi mila ..
Pata karo ki aakhir Apne hain kaha ?-
Ishq !!
Sahab Ye ishq hain , sif dillagi se thodi hoga ..
Ye kam Sirfiro ka hain ,har kisi se thodi hoga ..-