दसवीं कक्षा में
प्रवेश करने के साथ ही साथ
मैंने तुम्हारे
जीवन में भी प्रवेश
कर लिया था ।
समयानुसार
कक्षाएं आगे बढ़ती गई,
बदलती गई,
पर तुम्हारे जीवन में
मैं वहीं का
वहीं ठहरा रह गया ।
मेरी Lifeline ❤️, Gulabo-
Birthday :- 1st January.
मेरे द्वारा लिखे शब्द तो तब ही सार्थक हो गए... read more
इतना सरल
नहीं है एक पुरुष होना,
और उससे भी
सरल नहीं है एक बुद्ध होना ।
नैतिक नैतिकता,
धैर्य, त्याग, ज्ञान, परिश्रम,
सच्चाई,
दृढ़ संकल्प, प्रेम-कृपा
और समता के
गुण को अपने अंदर सिद्ध
करना पड़ता है ।
तब जाके कहीं
एक साधारण पुरुष
बाद में
बुद्ध कहलाने लगते हैं ।
(बुद्ध पूर्णिमा स्पेशल)-
जानती हो यारा ?
लड़कियों से बात कर पाने में
मेरी झिझक
आज तक खत्म नहीं
हो पायी।
वजह क्या है पता नहीं ?
पर जब तुमसे
बात करनी हो तो सारी की सारी
झिझक कहाँ
चली जाती है पता ही
नहीं चलता ?
मेरी Lifeline ❤️, Gulabo-
दूरियों में ही तो
असल कशिश होती है प्रेम की
एक-दूसरे का ख़्वाब
आप साथ रहकर नहीं देख सकते
क्योंकि ये सुख
सिर्फ़ दूरियों में ही पनपता है,
और मुझे गर्व है
अपने प्रेम पर जो मैं इस सुख का
भागीदार बन पाया हूँ ।-
मैं तेरे क़ाबिल हुँ या नहीं
मुझे नहीं मालूम ?
लेकिन जब जब ईश्वर के समक्ष
अपना माथा टेका है,
तब तब तुझे अपने जीवनसाथी
के रूप में माँगा है ।
मेरी Lifeline ❤️, Gulabo-
पापा की फटी हुई एडियों
एवं माँ की हथेलियों से मिटे हुए
रेखाओं के मुकाबले
दुनियाँ की तमाम तकलीफें
मुझे बहुत ही छोटी
और मामूली सा लगता है ।
मेरी Lifeline ❤️, माँ-पापा-
तुमसे जुड़ी हर याद
ट्रेन की टिकेट से लेकर
गिफ्ट की रेपर तक
हर छोटी-सी-छोटी वस्तुओं को
बहुत ही
संभाल कर रखा है मैंने
जैसे कोई
इतिहासकार, पुरानी
सभ्यताओं से जुड़ी वस्तुओं को
संभालकर रखता है ।
मेरी Lifeline ❤️, Gulabo-
ओये सुनो ....
जब भी कभी मेरी याद आए,
तो अपनी पसंदीदा
गाने की प्लेलिस्ट खोलना
और उसे
सुनने लग जाना
किसी भी गानें की धुन हो या लय
अंततः तुम्हें
मुझ तक ही पहुँचाएगी ।
मेरी Lifeline ❤️, Gulabo-
पिछली बार के जैसे
इस बार भी
रंगों से दूर रखा खुद को
मेरा मानना है कि
वो रंग ही क्या जो तुम्हारे हाथों के
स्पर्श के बिना ही मुझे छु जाए,
और वो होली ही क्या
जो बिना रंगो के मनाई जाए,
सो इस बार भी
मेरी होली रंगहीन ही रही
मेरी Lifeline ❤️, Gulabo-
मेरे जाने के बाद !
मेरे फोन में "keep notes "
शायद बहुत कुछ बयां कर दे।
ज़्यादा भी नहीं तो
शायद ये मेरी मोहब्बत बयां कर दे।
जिस वक़्त भी तुम इन्हें पढ़ो !
बस पढ़ लेना,
मेरी Lifeline ❤️, Gulabo-