दुनिया में सबसे ताकतवर रिश्ता होता है
मतलब का रिश्ता
मतलब पड़े तो पराये अपने और
मतलब निकल जाये तो अपने पराये हो जाते हैं
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I Think about it ...
What I Think
I Feel For It ..
What I Feel
I Speak abo... read more
भला ये क्या जमाना है बरसते धूप का मौसम
उसे हासिल सभी खुशियां हमारे पास केवल गम
मोहब्बत की कहानी ये मुकम्मल हो नहीं सकती
हमारे बिन जो पूरा है उसी के बिन अधूरे हम
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दिन खराब चल रहे हों तो चलता है
किस्मत खराब चल रही हो
तो भी चलता है
लेकिन
जब जिन्दगी ही खराब चलने लगे
तो इन्सान सोचने पर मजबूर हो जाता है
कि अब आगे क्या ?
आगे क्या ?
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दुनिया में सबसे ज्यादा
खतरनाक होता है
आस्तिक व्यक्ति की आस्था
और विश्वास का टूटना
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'भावुक' लोग संबंध को सँभालते है,
'प्रैक्टिकल' लोग संबंध का फायदा उठाते हैं
और 'प्रोफेशनल' लोग फायदा देखकर ही संबंध बनाते है !
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बुरे वक्त की एक अच्छी बात ये है कि बुरा
वक्त आपको दुनिया से काट कर अलग कर देता है,
क्योंकि अच्छे वक्त में तो हर कोई
आपके साथ होता है आपका साथ देता है
लेकिन बुरे वक़्त में वो चीज नहीं होती है
और ये बुरा ही हमें तब ये सिखाता है
कि अब जब अच्छा वक्त आये तो किसे
साथ रखना है और किसे नहीं ,,,
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कितना बुरा होता है
ना जब आपकी कई दिनो की मेहनत
कितने दिनो का बनाया हुआ अस्तित्व
बहुत मेहनत से बनाया हुआ इक भविष्य अचानक से ढहने लगता है
और इससे भी बुरा होता है सब ख़त्म होते चुपचाप देखते रहना
ना किसी से कुछ कह पाना ना किसी के गले लग कर अपने अंदर के दुःख को दबा पाना
सब इक दिन ख़त्म हो जाता है
दुनिया में इक ही सत्य है
वो है ख़त्म होना
फिर चाहे वो इंसान हो इंसानियत हो आपका साम्राज्य हो आपके सपने हो आपके अपने हो
या फिर आपका प्रेम ही क्यूँ ना हों..-
यदि आप जान जाएँगे कि लोग मृतकों
को कितनी जल्दी भूल जाते हैं,
तो आप लोगों को प्रभावित करने
के लिए जीना बंद कर देंगे।
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कभी कभी कुछ बड़ा गहरा सा ,
लिखने का मन करता है...
कुछ ऐसे शब्द जो बता सकें .,
कि मन कितना ऊब चुका है ज़िंदगी के खेलों से, 😢
लोगो के मेलों से.,
खुद के ही बदलते भावो से.,
कुछ ऐसे शब्द जो बता सकें,
कितनी बेसब्री मची है सबसे अजनबी हो जाने की..!!
कुछ ऐसे शब्द जो समझा सकें अंतर्द्वंद,
कुछ ऐसे शब्द जो बोल जाये वो सब जो भीतर चल रहा है..!!
कुछ ऐसे शब्द जो बचा ले .,
मुझे जीवन भर की उल्झनों से..!!
कुछ ऐसे शब्द जो कहे कि.,
किसी की ज़रुरत नही है अभी..!!
कुछ ऐसे शब्द जो जस्टिफाई करें,
ऊपर लिखी सारी बातों को मेरी पर्सनालिटी को,
मेरी अच्छाई, मेरी बुराई और हां मेरी ग़लतियों को भी...
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मुझे याद रहता है हर वो शब्द जो मैंने कभी तुम्हारें लिए रचा,
मुझे याद रहती है हर वो बात जो कभी तुमने मेरे लिए कहीं,
फिर क्यों भूल जाता हूँ मैं ....तुम्हारी बेरुखी, तुम्हारी उपेक्षाएं
तुम्हारा बदल जाना समय के साथ, मुझे तुम याद रहते हो
तुम्हारे लहजें याद रहते है
फिर ! तुम कब कैसे भूल जातें हो मैं कौन हूँ ... ?
बस ! अब तक मैं इतना ही तो नही समझ पाया हूँ,
तुम्हारें चहेरे की आकृति और लफ़्जों का वो अप्रकट भाव जो मुझे दिखाई देने लगता है ....
वो कानों से सुने गए तुम्हारे हरशब्द को झुठला देता है,
मैंने खुद से ये अब मान लिया है की
तुम जो कह गए हो ...
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