चल फिर शुरू से शुरुआत करे
इश्क़, प्यार, लगाव ये सब छोड़
सिर्फ़ काम की बात करे
-
मन की बात 🧡
🧡🇮🇳💚
Bihari ❤️
Lives in new delhi
चल फिर शुरू से शुरुआत करे
इश्क़, प्यार, लगाव ये सब छोड़
सिर्फ़ काम की बात करे
-
तू हमेशा खुश रहे
तेरी ख़ुशी में शामिल मेरी रूह होगी
क्या शानदार लकीर होगी उसकी
जिसके नसीब में तू होगी
-
राजनीति में होना था तुम्हें
दिए तुमने मुझे कई जुमले है
अब छोड़ो, थक गया मैं
आख़िर मेरे भी तो कई मसले है-
वो बिल्कुल फुल की तरह है
उसमे इत्र भी है
उसका मन पवित्र भी है
और वो मेरी सच्ची मित्र भी है ❤️-
मेरी गलती से अनजान रहा मैं
पता नहीं वो मुझसे क्यों रूठा
प्यार भी सिर्फ मैंने ही किया
और दिल भी सिर्फ मेरा ही टूटा
-
प्रेम को सिर्फ़ पा लेना ही उपाय नहीं है
प्रेम एक महसूस है
जिसमे एक दूसरे को छूना अनिवार्य नहीं है
-
भुला भी नहीं हूँ
पर याद भी नहीं आते
पहले तुम्ही सबसे पहले थे
पर अब सबके बाद भी नहीं आते-