एक शाम, एक गजल तेरे नाम लिखूँगा
इश्क लिखना होगा, वहाँ तेरा नाम लिखूँगा ।।
कैसे मचल जाता था, मैं तेरे नाराज होने पे
तुझे मनाने के तरीके तमाम लिखूँगा ।।
ये इश्क, मोहब्बत, प्यार ये सब फिल्मी बातें है
तेरी बेरूखी पे वो जानां मैं एक किताब लिखूँगा ।।- अंकित ŔõÝ🖤
22 FEB 2019 AT 13:13