किया बादलों में सफर ज़िन्दगी भर
जमी पर बनाया न घर ज़िन्दगी भर
सभी ज़िन्दगी के मज़े लूटते हैं
न आया हमें ये हुनर ज़िन्दगी भर
ये मोहब्बत ही हैं चार दिन ज़िन्दगी में
यारों अब तो लगता हैं यही
रहेगा चार दिन का असर ज़िन्दगी भर।।- Ankit Mishra
30 AUG 2019 AT 22:50