अपने ही पिता से मिलने की इजाजत मांगती है, अपने पति से...
ये वो दुनियां है जनाब, जहां बेटी विदा होती है तो, उसके हकदार बदल जाते है...-
सैर कर दुनियां की गाफिल, जिंदगानी फिर कहां।।
जिंदगी गर कुछ रही तो, नौजवानी फिर कहां।।-
बहुत से किरदार निभाने की सोचता हूं ।
पर औरत को देख के हार मान लेता हूं।।
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दिल का टुकड़ा कहके मुझको,घर था लाया वो ।
पर 35 टुकड़े कर फेंका, मेरी काया को।।
इस दुनियां में एक लड़की अब,कैसे किसको चाहे।
थामे हाथ वो जिसका,वो ही काटें उसकी बाहें।।
ये बातें याद रहे...कहानी याद रहे...
#RIP_श्रृद्धा-
गलत तरीकों से सफल होने से कई गुना बेहतर है,
सही तरीके अपनाकर असफ़ल हो जाना।
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कैसे खुशी मनाऊं घर में दिए जलाकर, दिल तो यह सोच के रो देता है की किसी के तो घर ही नहीं है
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-वो पिता है कभी कुछ नहीं बोलेगा-
वो अपना पसीना बेचकर, तुम्हे हर खुशी से नवाजेगा।
अपनी जिंदगी बेरंग करके, तुम्हारी जिंदगी में रंग घोलेगा।
वो पिता है कभी कुछ नहीं बोलेगा..
जब भी लेने की कुछ जिद करोगे,क्या चाहिए बस एक बार पूछेगा।
तुम्हारी एक मुस्कान के लिए, वो अपनी हर मेहनत की कीमत को तौलेगा।
वो पिता है कभी कुछ नहीं बोलेगा..
तुम्हे रेनकोट पहनाके,वो खुद बारिश में भींगेगा।
तुम्हे पलंग में सुला के, खुद ठंडी जमीन पे सोएगा।
वो पिता है कभी कुछ नहीं बोलेगा..
हम बड़े हो जाने से, समझदार हो जाते है।
उससे गलती हो जाए,तो जोर से डांट लगाते है।
भूल जाते है उसने,हमारे लिए क्या क्या किया है।
एक बात याद रखना, दिल उसका भी दुःखता है,दर्द उसको भी होता है, बस तुम्हे बुरा न लगे, इसलिए बंद कमरे में रो लेगा।
वो पिता है कभी कुछ नहीं बोलेगा..-
ओस की बूंद सी होती है बेटियां, स्पर्स खुरदरा हो तो रोटी है बेटियां ।
रौशन करेगा बेटा एक ही कुल को, दो दो कुलो की लाज होती है बेटियां।।
Happy daughters day-
हम बेफिक्री से जीते है, बेवजह घबराते नहीं।
जो समझे वो ठीक, हर किसी को समझाते नहीं ।
कोई नफरत करे या प्यार, हर किसी को लुभाते नही।
अंदाज अलग है अपना, हर किसी को पसन्द आते नहीं।-
"मै लड़की हूं साहब, मेरी जिंदगी आसान नहीं होती है"
जब होती हूं पेट में 2माह की,गिराने की बात होती है।
फिर भी अगर इस दुनियां में आ जाऊ,तो कई तरह की बात होती है।
मै लड़की हूं साहब, मेरी जिंदगी आसान नहीं होती है
बेटे से हमेशा मुझे काम प्यार दिया जाता है।
बेटे को टॉफी 2, मुझे 1 से संतोष करा दिया जाता है।
बेटा मचल जाए तो उसकी हर फरमाइश पूरी हो जाती है।
मै मचल जाऊ तो डांट के चुप करा दिया जाता है।
मै लड़की हूं साहब, मेरी जिंदगी आसान नहीं होती है
बेटा दिनभर घूमे फिर भी उसे लाडला कहां जाता है।
मै दरवाजे पर जरा सा खड़ी हो जाऊ,सब काम हो गया होगा कहके ताना दिया जाता है।
खिलाकर के सबको खाना, बर्तन, चूल्ह,चौका भी करके।
जब पढ़ने बैठ जाऊ,फिर भी काम बता दिया जाता है।
मै लड़की हूं साहब, मेरी जिंदगी आसान नहीं होती है
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