जो शख्स बेरोजगारी से तंग आकर बाबा बन जाते है न,
अक्सर लोग उसी के पास रोजगार की ताबीज लेने जाते है-
जो शख्स बेरोजगारी से तंग आकर बाबा बन जाते है न,
अक्सर लोग उसी के पास रोजगार की ताबीज लेने जाते है-
जो शख्स बेरोजगारी से तंग आकर बाबा बन जाते है न,
अक्सर लोग उसी के पास रोजगार की ताबीज लेने जाते है-
बहुत फर्क होता है जरूरत और जरूरी होने में, कभी कभी आप जरूरत तो होते है पर जरूरी नहीं होते
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अर्ज किया है
अपनों से कभी दूरियां इतनी न बढ़ाएं,
कि दरवाजा सामने खुला हो फिर भी खटखटाना पड़े-
एक सुलझा हुआ तेज दिमाग छोटी से छोटी बातों को कभी नजरअंदाज नहीं करता, क्योंकि अक्सर बड़े राज का पर्दाफाश छोटे से सुराग से ही होता है,
याद रखिए, हर किरदार कुछ कहना चाहता है-
अर्ज किया है
मेरे यार ये मतलबी जमाना है, नफरतों के कहर है।
ये दुनिया दिखाती तो शहद है, पर पिलाती जहर है।।-
मुर्शद
कुछ यूं जिंदगी का दस्तूर निभाते रहे।
सब सहते रहे फिर भी मुस्कुराते रहे ।।-
हैरान बैठा हूं वक्त का धागा लेकर...!!
सोंच रहा हूं कि ख्वाब बुनू या रूह को रफू करू ...!!-
जिन्दगी एक रेलगाड़ी की तरह है जिसमे इंजन रूपी ख्वाहिसे अपनी तरफ खींचती है किन्तु जिम्मेदारी से भरे डिब्बे बढ़ने ही नही देते है
जय श्री राम
🚩🙏-