एक चूक
जरा सी चूक क्या हो
ख्वाइशें दब जाती हैं
खुशी के लम्हो की बारिशें
यूँ ही अचानक थम जाती हैं
बनाते हैं जिस मोहब्बत को शाक से
ग़लतियों से चाहत की बुनियादें हिल जाती हैं
करना ऐतबार अपनी मोहब्बत पर बेहद
ये वो चीज है जो एक बार सबको आजमाती हैं- Ankit Dwivedi
27 JUN 2019 AT 12:03