तुम जो देखकर भी यूं नज़रे चुरा रहे हो
तो हम भी तेरी नजर से नजर ना मिलाएंगे।।
तुम जो पास होकर भी पास ना आ रहे हो
तो हम भी तेरे कभी पास ना आएंगे।।
तुम जो किसी और के साथ यूं इतना मुस्कुरा रहे हो
तो हम भी तेरे बिना मुस्कुराना सीख जायेंगे।।
तुम जो हमे यूं बीच राह छोड़े जा रहे हो
तो हम भी तेरी राह के बीच कभी ना आएंगे।।
तुम जो हमारे किस्से किसी और को सुना रहे हो
तो हम तेरे किस्से भरी महफिल में सुनाएंगे।।
-