ankit gangwar   (Ankit gangwar)
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Joined 1 May 2019


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Joined 1 May 2019
22 MAR AT 0:47

एक दिन मैं थक जाऊंगा,
फिर करूंगा एक अंतहीन विश्राम।

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4 DEC 2024 AT 0:07

कुछ इस तरह से जिद पर हूं मैं ख्वाब मुकम्मल करने को,
कि एक दिन या कोई अधूरा ख्वाब नहीं या मैं।

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4 DEC 2024 AT 0:02

If you are blessed with a peaceful mind before going to rest in peace,You are really blessed.

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5 NOV 2024 AT 23:37

दो बराबर लम्बाई की लकीरों में खुद को दूसरे से बड़ा करने की इच्छा जागी,
एक सोंच रही कि मैं दूसरी को किसी तरह छोटा कर दूं तो मैं इससे बड़ी हो जाऊंगी और दूसरी सोंच रही कि किसी तरह से मैं खुद को थोड़ा बड़ा कर लूं तो मेरा कद इससे बड़ा हो जायेगा।
बस इसी तरह का इंसान है इस धरती पर,कोई खुद को बड़ा करने में अपनी सामर्थ्य खर्च कर रहा है और कोई दूसरे को छोटा करनें में अपनी बुद्धि खर्च किए हुए है।

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2 SEP 2024 AT 11:05

Your current actions will decide your future,so stop crying about situations and take action.

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1 JAN 2024 AT 7:50

Dear business partners!
With your best support 2023 was a golden year for sun infosys.
Let's make it large(2024) for both of us together.

We are always committed to extreme levels of support.
Thank you to be there and to be a part of our success.
Definitely we are different business organisations but we are working for each other too.
Stay connected!

With best wishes of 2024.
Happy New year.
Keep growing keep shining 🌟

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11 OCT 2023 AT 2:44

हौसला तोड़ने को लाख वजह मौजूद हों भले,
हिम्मत देने को बस इतना काफी है,
कि बहुत कुछ करने को अभी बाकी है।

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24 SEP 2023 AT 12:08

एक मित्र कृष्ण जैसा भी होना चाहिए।
परन्तु असंभव है एक मित्र में पूर्ण कृष्ण का प्राप्त होना,लेकिन क्या हर्ज है अनेक ऐसे मित्र बनाने में जिनमें थोड़ा - थोड़ा कृष्ण प्राप्त हो।
अनेक मित्र में एक कृष्ण को तलाश लेना भी तो कृष्ण की प्राप्ति है।
मैं तो यही कहूंगा कि जिसमें जरा सा भी कृष्ण ना मिले उससे मित्रता ना करो।
क्योंकि मित्र तो कर्ण भी था लेकिन उसने कौरवों का और खुद का नाश होने में साथ दिया,ऐसा साथ भी अर्थहीन है।

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17 SEP 2023 AT 22:14

बड़ा जिसे अपने बड़े होने का गुमान नहीं , सम्मान का हकदार है।

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17 SEP 2023 AT 8:24

किसी पर पंख ना थे,कोई आजाद नहीं,
मैं वो आजाद परिंदा जिसने उड़ना चुना ही नहीं।

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