अधूरा ना यूं छोड़ मुझे , अभी तो बात बाकी है। अंधेरा बस शुरू हुआ है, अभी तो रात बाकी है। तू दूर क्यों जा रहा है, अभी तो मुलाकात बाकी है। बिछड़ सा गया भीड़ में, अभी तो साथ बाकी है। बयां करते टोक मत मुझे, अभी तो अल्फाज़ बाकी है। अंत की बात क्यों , अभी तो शुरुआत बाकी है। अधूरा ना यूं छोड़ मुझे, अभी तो बात बाकी है।।
इस जगत में लेखकों की कमी नहीं , लिखता तो खूब वो ट्रक ड्राईवर भी है कि सबका जीवन अनमोल है, कद्र करना सीखिए , जो पिछले मोड़ पर किसी लाचार को कुचलकर बेसहारा छोड़ भाग आया है।।।
इस जगत में ज्ञानियों की कमी नहीं, ज्ञान देता तो वो भी खूब है शिष्टाचार पर जो अभी फेसबुक पर किसी लड़की को गाली देकर आया है।।
सोच बदलो समाज बदलेगा हर किसी की जुबां पर है , पर बदलाव तो कहीं पर भी नहीं।।।
gujar gaya kal ab kal ki fikar hai aaj mai jee le dost ye jindagi ki lehar hai ya dubega ya behta chal... sikh tu ,har tu aar ho ya paar tu karle tu ek pehel chalta chal ,badta chal... aj ka tu aj m he jee kal gujra hai , phir aega kal jindagi jung hai har pal bas tu badta aur ladta chal .. gamo ko bhula khusiyon ko apna saal badla hai log nahi bas tu kosis krta chal jindagi badlav hai tu badalta chal..