कुछ कहानियाँ अधूरी रह जाती हैं उन खूबसूरत यादों के साथ,
जो कभी आपको तन्हा छोड़ती ही नहीं,
ना ही ये भूलने देती हैं कि वो यादें देने वाला इंसान कितना खास था,
और हर बार आप उस शख्स का शुक्रिया करते हो उन पलों और यादों के लिए।🫀😊-
कोई उनको बता दे इश्क़ में आशिक़ो का यही हाल हुआ क... read more
ख़ामोश जब जब रहता हूँ
हर उस एक पल मन के भीतर युद्ध में रहता हूँ
ख़ुद को कर परेशान ये सोच सोच कर कि काश चुप रह जाता
काश कड़वा ना बोल पाता
काश किसी का दिल ना दुखाता
काश मैं दूर सबसे हो जाता🥀🖤-
कुछ कहना अब अपनों से छोड़ दिया हमने,
ख़ामोशी से अब बस लोगों की सुन लिया करता हूँ।😊-
कुछ कहना अब अपनों से छोड़ दिया हमने,
ख़ामोशी से अब बस लोगों की सुन लिया करता हूँ।😊-
🖤आज का विचार 💭
कभी भी किसी भी रिश्ते में अगर किसी एक को दूसरे से किसी बात की भीख माँगनी पड़े, तो ना वो ‘रिश्ता’ सही होता है और ना ही वो इंसान।
क्योंकि जो मांग कर मिले, वो कभी भी सच्चा और सही नहीं होता।
जिस रिश्ते में स्वयं से पहले खुशी-खुशी अपने प्रियजन को सब कुछ देने की इच्छा हो जाए, वही सच्चा रिश्ता और सही इंसान होता है।🥀🖤-
सफाई🧹 करते हुए आज फिर तेरी कुछ तस्वीरें 📸 नज़र आई हैं,
आज फिर इस पत्थर दिल❤️🩹 को तू बहुत याद आई है।🥀🖤-
रातें” भी कुछ कहती हैं, 🌙✨
तुम सुनने की कोशिश तो करो ना…👂💭
ये काले घने अंधेरे में जो ख़ामोशी है, 🌌🤫
उस हर एक पल की ख़ामोशी में न जाने कितने क़िस्से हैं, 📖🕰️
तुम उनको जानने की कोशिश तो करो ना…🕵️♂️💫
ये जो आसमान में टिमटिमाते चाँद-सितारे हैं, 🌠🌜⭐
वो भी किसी की दीवानगी भरी मोहब्बत की गवाही देते हैं, 💞🌹
तुम इनसे पूछने की कोशिश तो करो ना…🗣️👀
ये घनी काली रातें, 🌃🖤
किसी शोर से भरे मन को सुकून की दो साँसें भी तो देती हैं, 🌬️🕊️
तुम समझने की कोशिश तो करो ना…🧘♂️🫶-
वो कल कुछ और था, ये पल कुछ और है,
वो दौर कुछ और था, ये दौर कुछ और है,
जब पैसे कम थे, तो भी खुशियों की भरमार हुआ करती थी, 💸😊
जब रिश्तों के बीच न कभी घमंड की दीवार हुआ करती थी, 💖
जब एक कमरा था और सोने वाले पाँच हुआ करते थे, 🛏️👨👩👧👦
जब माँ के हाथ का खाना खाने के लिए हम सब कुछ छोड़ आया करते थे, 🍲❤️
जब मासूमियत से हम रोते थे, तो हमें सब प्यार से चुप कराया करते थे, 😢🤫
जब हम बिना मतलब के भी मुस्कुराया करते थे,☺️
जय दादी हमे कहानियाँ सुनाया करती थी,
वो कहानियाँ जो हमें सबक जीवन का सिखाया करती थीं, 📖
जब स्कूल की दोस्ती हमारी नई पहचान बन जाया करती 🤝
वो बचपन की यादें हमे यूँही यादों के सफ़र में ले जाया करती है
जब रिश्ते निभाए जाते थे और लोग एक-दूसरे के दुख-सुख में काम आया करते थे, 🤗💞
बात उस दौर की है यारों, जिस वक्त ज़िंदगी फोन से बाहर हुआ करती थी, 📱
और इंसानियत बरकरार हुआ करती थी। 🌍💫
-