Ankesh Tripathy   (Ankesh Tripathy)
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Joined 1 October 2019


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Joined 1 October 2019
1 DEC 2024 AT 18:43

पिछले कुछ दिन अंधेरे के साये मे गुजरा है
ज़िन्दगी को रोशनी का इंतज़ार है,
मगर रात अभीतक ढला कहां है !

फिर भी इसे अंधेरे से मुझे प्यार होने लगा है
क्यों कि आंखों के सामने जो चांद है ,
उसे अभीतक जी भर के देखा कहां है !

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16 NOV 2024 AT 23:48

मुझ से कभी मेरा हालात मत पूछना
शायद सच बता नहीं पाऊंगा ;
जिंदगी ने सीखा दिया है बहाने बनाना
उनके सहारे दर्द छिपा जाऊंगा ।।

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13 NOV 2024 AT 20:19

जब टूटे हुए चीजों को जोड़ने का कोशिश करता हूं
जाने अनजाने में उसे और एक बार बिखरने का मौका दे देता हूं ,
कुछ देर के लिए लगा सब कुछ ठीक हो चुका है
फिर और एक बार टूट के पता लगा जुड़ना उनकी फितरत नहीं है ।।

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4 OCT 2024 AT 1:35

लोगों से खुद को तो बचा लिया
लेकिन खुद से दूर जाऊं तो जाऊं कैसे !
लोगों का बात सुनना छोड़ दिया
लेकिन अपने आवाज़ को दबाऊं कैसे !!

लोग तो कुछ पल के मेहमान हैं
लेकिन इस रूह के साथ उम्र बिताना होगा ,
लोग देखते देखते बदल जाते हैं
अपने गलतियों का जिम्मा मुझे उठाना होगा ।।

जब खुद से हीं तंग आ चुका हूं
फिर भागूं तो भागूं किस से ,
जब खुद से हीं नफरत कर बैठा हूं
फिर प्यार करूं तो करूं किस से ।।

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28 SEP 2024 AT 2:30

तुम्हारे बगैर भी मैं ठीक था
ये अलग बात है की तुम्हारे होने से में क़ामिल था ,
तुम नहीं हो तब भी ठीक हूं
ये अलग बात है की सिर्फ बोलने के लिए हीं ठीक हूं ।।

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23 SEP 2024 AT 22:29

वक्त की काल कोठरी मे
आज भी कुछ कहानियां कैद पड़े हैं ,
वैसे तो उनकी गलती नहीं थी
बस मेरे यादों की आशियाने से परे हैं ।।

उनका भी मन करता है
बाकी कहानियों की तरह वो भी सुनाए जाएं ,
लेकिन वो आशुओं से लिखे हैं
और दुनिया को आशुओं से क्यों नवाज़ा जाए ।।

भले इतने दिनो से कैद हैं
इसका ये मतलब नहीं वो सब मर गए होंगे ,
भले दुनिया से काफी दूर हैं
इसका ये मतलब नहीं ज़ेहन से मिट गए होंगे ।।

रात को उनसे मिलना होता है
काफी हिम्मत जुटा कर बात करना होता है ,
सजा कमाया तो जा नहीं सकता
बस गलतियों के आईने मे खुद को देखना होता है ।।

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18 SEP 2024 AT 19:44

सीने मे आशु हमने भी दबा के रखा है
दिल के राज को लोगों से छुपा के रखा है ,
तुम अब पास नहीं हो तो क्या हुआ
तुम्हारे गुलाब को डायरी मे संभाल के रखा है ।।

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17 SEP 2024 AT 20:04

Aaj kal ki social media ke race me ,
Khud ko kafi piche pata hoon .
Acchi photo toh door ki baat he ,
Caption bhi dhang ka likh nahin pata hoon .
Gym Jane ke liye waqt nahin ,
6 pack wali body kaise banaunga .
Spelndor me tel dalane ki aukat nahin ,
Full speed me KTM kaise bhagaunga .
English me baat karna aata nahin ,
Cool dude wala attitude kahan se laaunga .
Club, Oyo aur Bar ke taraf dekhta nahin ,
Naye zamane me kaise ghus paaunga .

Modern High Fi ladki ke pass jaaun toh ,
Bolti hein ye bhikari kahan se aaya .
Mummy ko shadi ke liye haan bol deta hoon ,
Kyon ki gaaon se sanskari ladki ka rista aaya .

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14 SEP 2024 AT 21:33

छोड़ दिया ना उस हुनर को पीछे
जिस हुनर पे तुम्हे नाज़ होता था ,
दफना दिया ना उस हुनर को जमीन के नीचे
जिस हुनर ने तुम्हे जीना सिखाया था ।।

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13 SEP 2024 AT 21:02

जिस दोस्ती मे ही सुकून मिला
उसे इश्क़ का नाम दे कर उलझाना क्यों ,
जब दोस्ती मे नहीं सिकवा गीला
इश्क़ का उम्मीद लगाये रोज तड़पना क्यों ।।

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