बारिश की बूंदों ने जमीं की प्यास मिटाया है।
मिट्टी दी खुशबू ने ,
हर किसी का मन ललचाया है।
रूखी-सूखी थी जो पेड़-पौधे ,
लगन से आज झूम रहे है।
मुरझाया फूल बरसो से,
गिरती बूंदों से खिल उठे है l
ओढ़ाकर हर तरफ हरियाली की चादर,
ये मौसम भी आज मुस्कुराने लगी है ।
भीगे बच्चे बरसातो में ,
खुशी है छाए सबके मन में।
इंतजार था सदियों से जिसका,
आज वो मौसम लौट आया है।
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Thank you for always being there for me..
You will always be the first man I ever... read more
एक रात ऐसा हो तारों भरा आसमान हो ,
कुछ बीते पलों का किस्सा हो,
यादों में थोड़ा हम तो थोड़ा उसका हो,
टूटा जब तारा दुवा मेरी हो,
ख्वाब चाहे उसका हो लेकिन पूरा हो ।-
संभालु जितना वक्त को,
न जाने क्यों वो रेत सी फिसल जाती है..
देखूं लोगो को करीब से ,
न जाने क्यों अजनबी रह जाते है..
संग है मेरे अपने साथ चले,
न जाने क्यों अकेलापन रह जाती है..
रास्ते मुक्कलमल है सफर के,
न जाने क्यों मंजिल पीछे रह जाती है..
ख्वाब-सपने पूरे थे सारे,
न जाने क्यों जिंदगी अधूरी रह जाती है..-
💌एक आखरी खत 💌
हम दोनो का मिलना शायद तक़दीर के लिखा था।जब में तुमसे मिली तब मुझे इस बात का एहसास नहीं था की इस कदर में दिल दे बैठूंगी। हमारे रिश्ते का सफ़र बहुत मुश्किल था में खुश थी क्योंकि मेरे साथ मेरा लकी चार्म था और वो तुम थे,जिसको में कभी खोना नही चाहती थी,मुझे लगा की अपनी पूरी जिंदगी तुम्हारे साथ जी लुंगी,बड़े ख्वाब देखे थे मैने फिर समझ आया मैने ज़िंदगी जीने के लिए अपनो को,अपनी परिवार को,अपनी स्वाभिमान को खोया और साथ में तुम्हे भी। तुम्हारे साथ बिताया वो हर पल मेरे ज़िंदगी के खास पल थे।शायद ये खत मिलने पर में तुम्हे याद भी नहीं रहुंगी लेकिन में चाहती हू की तुम मुझे भूल जाओ ।इस खत को भी समझो ये किसी और के लिए था।में अपनी याद मिटाना नही चाहती।में इन यादों के साथ जीना चाहती हु।वो ज़िंदगी को क्या जो बिना यादों के जिया जाए ....-
बिछड़ने से प्यार भूला नहीं जाता
मिटाने से कोई निशान मिटाया नहीं जाता
प्यार एक ही बार होता है और
दिल भी एक ही बार जुड़ता है-
आदत बदल सी गई है
बहुत बाते करने की
अब हिम्मत ही नहीं होती
किसी से अपना हाल बया करू।
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तकदिर लिखने वाले एक ऐहसान लिख दे |
मेरी प्यार कि तकदिर में मेरा नाम न सही ..
मेरे हिस्से की खुशी लिख दे ।
दर्द ना मिले उसे कभी ..
चाहे उसकी तकदीर मे मेरी जान लिख दे ।-
If you open it once,
it's regret..
If you open it twice,
you become sorrow..
If you open it third time,
it causes pain..
If you keeping open ,
It's starts to wear thin..
And that's how
your heart tears in two..
Once it tears,
you wait for it to wear away..-
Yeah..I am accepting you
In my every moment of life
Each lives I would love you
forever Nd ever!-