किरणों की पहचान सूरज से बन जाती है
अपनों की पहचान रिश्तों से बन जाती है
जो गर साथ अच्छा हमसफ़र ना हो
तो जिंदगी की पहचान आंसुओं से बन जाती है ।।-
जब हम इश्क़ करते हैं तो उन्हें वो अय्याशी लगती है और जब,
हम हाल-ए-द... read more
कोई बताता नहीं
कि कितना उजाला होता है अंधेरी रातों के बाद
बादल हर दफा रोकते हैं उसका रास्ता
और वो चीर कर निकलता है लाख बारिशों के बाद
हम थक कर बैठ जाते हैं इक छोटी सी हार के बाद
मगर वो फिर निकलता है हर ग्रहण धुलने के बाद ।।-
तुम्हें जो मेरे ग़म-ए-दिल की आगाही हो जाए
पिला देना दो घूंट चाय के
फिर आंख शबनमी और रूह मसरूर हो जाए ।।-
You and only you are your self healer for all the grief and pains .
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You and only you are your self healer for all the grief and pains .
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An end of a storm
A shore to the waves
A night to the stars
A morning to a phooey nightmare
An answer to a question
A mourn to dead feelings.
Your existence not
but your departure will
let me awake.
@anjali
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कुछ वक्त और लफ़्ज़ों से भी खता हुई होगी
वरना यूं किसी की मुहब्बत बेवफाई का बोझ न उठाती-
खुद को मशरूफ बता कर हमारे दिल से कितनी दफा खेलोगे
गर दूर चले जायेंगे हम, तो क्या फिर भी हमारे बिना जी लोगे ।।-
तुम फेहरिस्त बना रहे हो
बाग़-ए-रिज़वान के निकालो की
अव्वल रखना हमें
हमारी दुनिया है कंगालों की-
आंखों में इंतजार लिए
वो बैठी है अपने महबूब के पास
हाथों में हाथ दिए
अब हवा चली है तो चिराग़ बुझ ही जायेगा
तुम खामखां नाउम्मेद हो रहे हो पल दो पल की मुलाकात के लिए ।।-