बेशक तुम रावण हर वर्ष जलाओ
पर अपने अंदर के रावण की आहुति भी देते जाओ।
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Student.....
A boy with millions of dreams.......
बेशक तुम रावण हर वर्ष जलाओ
पर अपने अंदर के रावण की आहुति भी देते जाओ।
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कहते हैं, मोहब्बत में कोई शर्त नहीं होती
पर हर शर्तों पर उनसे मोहब्बत की है मैनें।-
क्या कर रहे हैं......
चंद पलों की झूठी मुस्कान के लिए
बहाने ढूंढ रहा हूँ।-
हर सुबह की शुरुआत इसी हौसले से होती है,
कभी तो मेहनत की लकीर.....
किस्मत की लकीर से अधिक लंबी होगी।-
वो बेशकीमती मोती सी
मैं इक मामूली पत्थर सा,
संभव होता तो खुद को बैचकर
उसको खरीद लेता मैं।-
गजब सी सरशारी है, गज़ब सी ख़ुमारी है,
तुम्हारी गज़ब की बेरुखी है, मेरी अय्यारी है।-
Sometime I need a big interval in my life,
A interval that never ends.-
इस जहां में किसी से कोई शिकायत नहीं है मुझे
या तो मेरी अपनी गलती या क़िस्मत का मारा हूं मैं।-
बिन सावन मौसम सुहाने हुए
नई धुन, नए जमाने हुए
चाहत की फूल खिली दो दिलों में
और हम आपके दीवाने हुए।-