ये हुनर है साहब, हुस्न नही हसीना की जिसे चारदीवारी में क़ैद कर ले कोई। - Anjani Kr Mishra
ये हुनर है साहब, हुस्न नही हसीना की जिसे चारदीवारी में क़ैद कर ले कोई।
- Anjani Kr Mishra