Har gham chhupa lete hain
Is chehre par Kai chehre Laga lete Hain
Dard bebasi aankhon mein basa lete Hain
pata na chale duniya ko kuchh is kadar khud ko banaa lete Hain
Ham to dusron ki Khushi mein hi muskura lete Hain-
कभी यह मत सोचना।
कि याद नहीं करते हम।।
रात का आख़री ख्याल और।
सुबह की पहली सोच हो तुम।।-
हां...
दुआओं में असर होगा
तभी तो हासिल कर लिया।।
उन्होंने आपको...
वरना कमी तो
कहीं हमने भी ना छोड़ी थी।।-
घर से मिलो दूर...यू अकेले
जहा कोई साथ...भी नही
कोन होगा अपना
वो भी नही पता...ऐसे में
घर से मिलो दूर...अकेले
आसान तो नही है-
वो छोटा सा संसार था
मां बाप का प्यार था
थोड़ा उनका गुस्सा था तो
उससे भी ज्यादा प्यार था-
रहा बदल जाती हैं, लोग बदल जाते है
मंज़िल भी बदल जाती हैं, ठिकाना भी बदल जाता हैं
अपने दूर हो जाते है, और अजनीब करीब आ जाते हैं
अधुरापन और भी ज़्यादा महसूस होने लग जाता है................-
अब भी,
कुछ बाते।
बाकी है,
इस दिल में।।
जो जुबा,
कहना तो चाहती हैं।
पर तुम,
सुनना नहीं चाहते।।-
दिन महीने साल बीत गए और
तुम फिर भी कहते हो
हमें प्यार नहीं तुमसे
समझ बिलकुल नहीं आता
प्यार तुमको नहीं हमसे
या हमें नहीं हैं तुमसे.........-
न हम गलत होते है
न मंज़िल गलत होती है
बस परस्थिया ही कुछ ऐसी
हो जाती है न हम अपनी मदद कर पते
न कोई और हमारी मदद कर पाता........-
ये दुनिया समझ नहीं आती,
बहुत मुश्किलें है इसमें...
बताना भी आसान नहीं किसको,
और कहने भी मुश्किल है...
वैसे ये दुनिया नहीं है हम जैसो के लिए,
यहां लोगो को समझना मुश्किल है...-