तुम पास न सही मगर साथ हमेशा हो,
हा बिछड़ने का दुख बहुत है मगर
खुशी है कि तुम मिले तो थे कम से कम
मुझे,खुश बहुत थी तुम्हारे साथ मै,
मगर तकलीफ भी कम नहीं थी,
जो था जैसा था अब मैंने सब स्वीकार
लिया है,बस अपने खुदा से जब भी
मांगा है जो भी मांगा है तुम्हारी खुशियां
ही मांगी है तुम न सही तुम्हारी यादें
सजो कर रखी है मैंने
अपने पास...
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