चाहे जिंदगी में हो कितने भी ग़म,
फिर भी हम मुस्कुराते रहेंगे।
सुख की छांव हो या दुःख की धूप,
जैसी भी हो जिंदगी हम निभाते रहेंगे।
जो तुम साथ हो जिंदगी मे ,
तो यूं ही प्यार के नगमें लुटाते रहेंगे।
अगर डगमगा जाएंगे क़दम हमारे,
तो खुद में जुनूनियत की बौछार लाते रहेंगे।
कम पड़े जो हाथ सफ़र में ,
नया हाथ बढ़ाते रहेंगे।
होने नहीं देंगे दिल की ज़मीन बंजर,
खुशियों का फूल खिलाते रहेंगे।
धोखेबाजी का ना बोऐंगे बीज,
वफादारी की फसल उगाते रहेंगे।
जिंदगी का गीत हम गाते रहेंगे,
अपने शब्दों से ग़ज़ल बनाते रहेंगे।
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