एक छोटी कहानी है
अनकही पर जानी पहचानी है
एक सुंदर सा फूल है
एक तितली उसकी दिवानी है
उसे खुश्बू चुरानी है
खुश्बू छूकर दुनिया महकानी है
चमकीले सलोने पंख है
उनकी हद किसने जानी है
शर्माती सी पंखुड़ियाँ है
तितली न मानी मनमानी है
फूलों का रस मीठा है
पीकर उसको तितली उड़ जानी है
- Lekhani
16 APR 2019 AT 9:22