दूर उनसे भी होना पड़ेगा कभी, ये सोच कर भी लगता था एक दिन डर।
ना जाने किस मोड़ पर ले आई ये जिंदगी, कि अब दिल की आवाज़ को भी बाहर आने से लगता है डर।— % &-
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जितना में रिश्तों को गुत्थियों को सुलझाना चाहती हूं 🧐 ये उतना ही उलझती जाती है 😢न जाने क्यूं मेरे हाथों से फिसलती जाती है😣😣
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दिमाग जिससे बात करने की इजाज़त नहीं देता है, दिल को अकसर उसी से बात करके सुकून मिलता है।
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अक्सर हम जिसे भुला नहीं सकते ईश्वर भी उसे भुलाने के लिए हमसे परीक्षा लेता है , यदि उन सभी बाधाओं को पार कर उस व्यक्ति पर भरोसा रखते हैं तो अंततः ईश्वर भी हमें उससे मिला देता है 💞
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🌻कभी कभी किसी इंसान के साथ एक ऐसा रिश्ता💖बन जाता है जिसे तोड़ कर भी तोड़ा नहीं जाता🥺 और दर्द छिपाकर भी छिपाया नहीं जाता💘
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💞अक्सर जिसे जान से भी ज्यादा प्यार❤️ करते हैं वो हमारी जिंदगी से यूं चले जाते हैं जैसे कभी आए ही ना हो!!🥺🥺
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❤️❤️ कभी-कभी सब कुछ जानते हुए भी मौन रहने का एक अलग ही मज़ा हैं!! जैसे जानते हुए भी अनजान बनना 🤫😍
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मैं अपनी मर्जी से मज़दूर नही हूं जनाब 😓 मज़दूर होना मेरी भी मज़बूरी है🥺।
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एक सफल जीवन जीने के दो नियम होते हैं:)
जिसे माफ नहीं कर सकते उसे भूल जाओ अथवा जिसे भुला नहीं सकते उसे माफ कर दो। 😓😓-
Dil aur dimag Ka Rishta bahut hi adbhut Hota Hai 🙄🙄 Dil kuchh kahta Hai dimag kuchh? Jisse Dil se chahte Hain Woj aksar dimag ki najron mein galat Hota Hai!!
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