छुपा के हाथ में खंजर, सलाम करते हैं।
सलीके से बड़े,वो कत्ल ए आम करते हैं।।
वही हैं खैरख्वाह अपने,यकीं दिलवा के अच्छे से।
अना मेरी, मुसलसल ज़ार ज़ार करते हैं ।।-
कविता की अनुपस्थिति में ,मैं हूंगी मेरी अन... read more
मुझे सुनना जितना सरल लगता है न कह लेना इतना सरल कभी नहीं लगा
पता है शायद! कह पाना मुश्किल होता है ,वैसे भी।
सब कुछ कहां कह पाते हैं हम
जब कहना चाहते हैं बहुत कुछ ...
और कितना कह चुकने के बाद भी
बचा रह जाता है
कितना कुछ
सब और कुछ के बीच की
ख़ाली जगहों में ।।
तो शायद इसीलिए सुन लेना चुन लेती हूं मैं !अक्सर कि कम से कम एक काम तो पूरा कर पाऊं, ऐसा जहां कुछ भी बाकी न रहे।।
कि शायद मेरे ख़ामोश होने से कोई और कह सके सब कुछ।।
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अक्सर मैं सोचती हूं,
कि मैं जब नहीं लिख पाती ।
तो मेरे जज़्बात और मेरे हालत भी , नहीं लिखते
मेरी चुप्पी भी , चुप रहती है ।
फिर मैं सब कुछ लिखती हूं
जैसे कि मैं किसी भ्रम में हूं।
मैं हर रोज़ ही भ्रम मैं रहती हूं !
जब मैं लिखती हूं ,
तो मेरे संवाद , लिखते हैं
मेरी चुप्पी , भी लिखती है !
ना जाने कैसे कैसे ख्याल,
मेरे ख्याल लिखते हैं ,
और मै भ्रम में हूं
कि , मैं लिखती हूं ।
हां शायद मैं ही लिखती हूं।।
अंजलि-
शब्द भ्रमित करते हैं अक्सर,शब्दों से मत खेलो।
मुझको मन पढ़ना आता है,तुम बस आंखों से बोलो।।
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कभी कभी जब जीवन में आए सभी लोगों को खुश करते करते थक जाओ ,तब आना मेरे पास ,मुझे आता है खुद के साथ शाम बिताना,अपनी ही सोच पर मुस्कुराना,मन ही मन गुनगुनाना,खुद पर इतराना और कभी कभी थोड़ी देर के लिए स्वार्थी हो जाना ।
यकीन मानो जीने का ये ढंग तुम्हें जीवन से हारने नहीं देगा।।-
खोदने का शौक़ है, तो कुआं खोदिए प्यासे के लिए।
और को डुबाने का इरादा रखने वाले ,अक्सर खुद डूब मरा करते हैं।।-
देखा है कभी?
गम कुछ न कर पाने का ,
महसूस किया है?
दर्द खुद से ही हार जाने का?
झलकता है ये गम आंखों से ,बातों से और कभी-कभी हालातों से।
पर कुछ भी कभी लाइलाज कहां होता है।
सच तो ये है कि कुछ न कर पाना बस रास्ता भर है कुछ कर दिखाने तक जा पहुंचने का।।।।
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You are and you will always be our proud ,you gave us everything,you are our home and you are our soul ,you are that Guru who taught us the correct ways to live life...hope we would also be able to give you the Guru dakshina by protecting you from outside and inside destroyers......
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