कहीं की ईंट कही का रोड़ा
भानुमति ने कुनबा जोड़ा ।
फूटी आंख नही सुहाते थे
वो आँखों के तारें है ।
2019 आ रही निकट,
सबके हाथ पाँव फूले हैं ।
कब कौन किस पर आंखे दिखाए
कब कौन कहाँ से नौ दो ग्यारह हो जाये ।
विपत्तियों का पहाड़ है
कब गरीबी मे आटा गीला हो जाये ।
- Anita sudhir
19 JUN 2018 AT 16:44