गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं
शिव-गिरिजा के लाल को,शत-शत करूँ प्रणाम।
प्रथम पूज्य गणपति प्रभो,आप विराजें धाम।।१।।
एकाक्षर के रूप का,अर्थ निहित अति गूढ़।
गजनासा मस्तक लिए,मूषक पर आरूढ़।।२।।
लंबोदर प्रिय नाम में,करें समाहित सृष्टि।
चार भुजा चहुँ ओर लें,रखें सूक्ष्म दृग दृष्टि।।३।।
विघ्न विनाशक कीजिए,सभी कष्ट का नाश।
बुद्धि प्रदाता दीजिए,जग को सत्य प्रकाश।।४।।
रिद्धि-सिद्धि शुभ-लाभ से,हो जीवन उजियार।
धर्म-कर्म का ज्ञान दे,करें शुद्ध आचार।।५।।
अनिता सुधीर आख्या
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