दिल लगाने का सबब याद रहे या ना रहे
इश्क तेरा हिज़्र है, फिर ज़िन्दगी रहे ना रहे-
कमबख्त फ़रेब है छलावे बहुत देती है,,,,,।
Being physical,
or physically available
Being one by emotions,
Feelings, and respecting each other,
Even if u can't be there.-
ग़िला भी करेंगे तुमसे हीं मिल कर
दवा की ज़रूरत नहीं अब कोई भी
मर भी गए हम तो मरहम है दिल पर-
बसाकर ख़्वाब आंखों में, पलकें उम्मीद से भारी
बहुत हल्की हैं सांसें वक्त की ,दामन छुड़ा लेंगी
सम्भल कर रख कदम ऐ दिल ,ठोकर ना लग जाए
टूटकर बिखरेंगे अरमां, ना कोई हाथ थामेगा ।।-
हर वादे पे तेरे ऐतबार भी कर लें ,
चल तुझे बेपनाह प्यार भी कर लें
साथ चलेगा उफ़क तक साए सा मेरे
तेरे आने का इन्तज़ार भी कर लें ,
यही सही, काफी रुह को मेरी
तू पहलू में रहे किसी के भी
बस तेरा दीदार हीं कर लें ..........-
"कुछ तस्वीरें मुकम्मल ना हुईं, कुछ बेरंग रही उम्र भर
कैनवास पे बिखरीं ज़िन्दगी के,कुचीयो में सिमटी नहीं उम्रभर "-
इन्तज़ार मौत का कुछ यूं भी कर देखिए
चलती रहे सांसें ज़िन्दगी से रुठकर देखिए
करके अदला-बदली रुहें किसी बेबस से कभी
किसी मजबूर-ए-हालात को जी कर देखिए।।-
बे-परवाह ,बे-मुरव्वत सा इश्क तुम्हारा
बे-पनाह बे-हिसाब सी चाहतें हमारी
ना मंजिल का पता, ना राहों की ख़बर है
बे-ख़बर, ना-मुक्कमल सी मुहब्बत हमारी-
इस बे-वजह के इश्क ने, कश्तियां डुबा रखी हैं,
होती ग़र मुहब्बतें दिलों को,साहिल नसीब होते ।।-